दो कोर्स से होगी ट्रिपल आइटी की शुरुआत
शैक्षणिक सत्र 2017-18 से भागलपुर में इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ इंफारमेशन टेक्नॉलाजी (ट्रिपल आइटी) में पठन-पाठन शुरू हो जाएगा।
पटना। शैक्षणिक सत्र 2017-18 से भागलपुर में इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ इंफारमेशन टेक्नॉलाजी (ट्रिपल आइटी) में पठन-पाठन शुरू हो जाएगा। यह बिहार का पहला आइटी संस्थान है। पहले सत्र की शुरुआत महज दो कोर्स से होगी। राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा के माध्यम से कुल 60 सीटों पर नामांकन होगा।
बहरहाल यहां बैचलर इन टेक्नोलॉजी (बी-टेक) के चार वर्षीय कोर्स में अध्ययन-अध्यापन होगा। चूंकि संस्थान का अपना भवन अभी नहीं बना है, इसलिए तात्कालिक तौर पर भागलपुर इंजीनिय¨रग कॉलेज से ही पहले सत्र की शुरुआत होगी। वहां कक्षाओं के लिए कमरे चिह्नित किए जा चुके हैं। थोड़ा-बहुत निर्माण होगा। प्रयोगशाला और पुस्तकालय आदि के लिए तात्कालिक रूप से ही सही, आधारभूत संरचनाएं विकसित की जाएंगी।
उच्चतर शिक्षा के क्षेत्र में यह संस्थान बिहार के लिए एक उपलब्धि है। विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग ने इसके लिए कवायद शुरू कर दी है। राज्य सरकार चाहती है कि औद्योगिक गतिविधियां तेज हों। वह सूबे में कई आइटी पार्क की स्थापना के वादे करती रही है। इसके लिए इंफारमेशन टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर साइंस में उच्च-स्तरीय अध्ययन वाले संस्थानों की जरूरत है। ट्रिपल आइटी के मार्फत उसकी शुरुआत हो रही है।
तीन साल में निर्माण : ट्रिपल आइटी के भवन निर्माण में कम से कम तीन साल लगेंगे। अनुमानित लागत 128 करोड़ रुपये है। इसमें आधी राशि केंद्र सरकार देगी। राज्य सरकार का योगदान 35 फीसद होगा और शेष 15 फीसद खर्च का वहन बेल्ट्रॉन द्वारा किया जाएगा। 50 एकड़ में परिसर होगा। राज्य सरकार की ओर से भागलपुर में जमीन मुहैया कराई जा चुकी है। उसके बाद निर्माण एजेंसी के चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
कोर्स और शुल्क : कोर्स और शुल्क का ढांचा राष्ट्रीय स्तर पर तय होता है। बावजूद इसके स्थानीय महत्व और आमदनी आदि का ख्याल रखा जाता है। बहुत संभव है कि प्रस्तावित आइटी का पहला सत्र बी-टेक (आइटी) और बी-टेक (कंप्यूटर साइंस) कोर्स से शुरू हो। प्रत्येक कोर्स में 30-30 सीटें होंगी। एक कोर्स में आठ सेमेस्टर होंगे और प्रत्येक सेमेस्टर के लिए 50 हजार के करीब शुल्क होगा।