मांझी बोले- जनता परिवार का विलय नहीं, महाप्रलय का आगाज
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि वे उनकी जासूसी करा रहे हैं। जनता परिवार के विलय पर उन्होंने कहा कि यह विलय नहीं, महाप्रलय है।
पटना। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि वे उनकी जासूसी करा रहे हैं। जनता परिवार के विलय पर उन्होंने कहा कि यह विलय नहीं, महाप्रलय है। जिस लालू प्रसाद को नीतीश कुमार ने जेल भिजवाया आज उन्हीं के साथ वे गठबंधन कर रहे हैं। मांझी ने कहा कि महाविलय के बाद वे पार्टी के चुनाव चिह्न व झंडे पर विधिवत अपना दावा पेश करेंगे। चुनाव के पहले किसी दल के साथ तालमेल की संभावना से इन्कार करते हुए मांझी ने कहा कि उनका ङ्क्षहदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) बिहार विधानसभा की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगा।
एक अणे मार्ग में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मांझी ने अपनी भावी रणनीति पर चर्चा की। कहा कि जनता परिवार के महाविलय के बाद वे ही जदयू के झंड़े और चुनाव-चिह्न के असली हकदार हैं। जरूरत पड़ी तो इसके लिए अदालत और चुनाव आयोग में भी दावा पेश किया जाएगा। महाविलय पर मांझी ने कहा कि इससे साफ हो गया है कि लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार सत्ता के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। ये वे ही नीतीश कुमार हैं, जिन्होंने लालू प्रसाद को जेल भिजवाया। अब नीतीश उन्हीं के साथ समझौता कर रहे हैं। लालू प्रसाद के पक्षधर मतदाता किसी भी कीमत पर नीतीश कुमार को वोट नहीं देंगे। ऐसे में इन दोनों ही नेताओं की दुर्गति तय है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जासूसी कराने का आरोप लगाते हुए मांझी ने कहा कि उन्होने अपने आदमियों को मेरे पीछे लगा रखा है। वे मेरे परिवार वालों की भी जासूसी करा रहे हैं। मेरे परिवार का कौन व्यक्ति कहां जा रहा है, इस पर पूरी नजर रखी जा रही है। इसी वजह से मैंने सेलफोन का इस्तेमाल नहीं कर रहा। मांझी ने 20 अप्रैल को गांधी मैदान में आयोजित 'हमÓ की रैली में पांच लाख लोगों के आने का दावा किया। कहा कि उसी दिन राजद के एक सांसद उनके साथ आने की औपचारिक घोषणा करेंगे।
राज्य में विधि-व्यवस्था को चौपट बताते हुए मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार अपनी तानाशाही चलाने के चक्कर में सबकुछ भूल गए हैं। नालंदा के नेपुरा की घटना को शर्मनाक बताते हुए उन्होंने कहा कि यदि इस मामले में 24 अप्रैल तक कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे 25 से अनिश्चितकालीन आंदोलन की शुरुआत करेंगे। उन्होंने घटना की सीबीआइ जांच की मांग भी की। संवाददाता सम्मेलन में पूर्व सांसद साधु यादव व जगदीश शर्मा भी मौजूद थे।