समाज में टकराव के लिए फेंकी जा रही हड्डी : नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि समाज में टकराव के लिए हड्डी फेंकी जा रही है। भाजपा एक दूसरे से लड़ाकर चुनाव लडऩा चाहती है, भाजपा के लोग मंदिरों- मस्जिदों में हड्डी फेंककर झगड़ा लगा सकते हैं।
जागरण टीम, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि समाज में टकराव के लिए हड्डी फेंकी जा रही है। भाजपा एक दूसरे से लड़ाकर चुनाव लडऩा चाहती है, भाजपा के लोग मंदिरों- मस्जिदों में हड्डी फेंककर झगड़ा लगा सकते हैं। मुहर्रम और दशहरा साथ- साथ है। लोगों को भाजपा के कृत्य से सावधान रहने की आवश्यकता है। कहा कि लोग मुझे अहंकारी कह रहे हैं, मैं अहंकारी नहीं, बल्कि स्वाभिमानी हूं।
नीतीश मंगलवार को नवादा के कादिरगंज, मेकसौर, हिसुआ, कोनीवर, गया के टिकारी व भागलपुर में चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि हमें सत्ता मिली तो सभी घरों में सरकार अपने खर्च पर बिजली का कनेक्शन देगी। विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में वाई-फाई की सुविधा मुफ्त दी जाएगी। घर से पढऩे या नौकरी की तलाश में बाहर जाने वाले 20-25 साल के युवाओं को दो साल तक एक हजार रुपये महीना दिया जाएगा। महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण देंगे। सभी को ङ्क्षहदी, अंग्रेजी बोलने और कंप्यूटर चलाना सिखाएंगे। सभी घरों में शौचालय होंगे और पीने का शुद्ध पानी मिलेगा। इस पर दो लाख 70 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके लिए मैं केंद्र सरकार से भीख नहीं मांगूंगा, बल्कि खुद व्यवस्था करूंगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा परिवारवाद का आरोप लगाती है और खुद ही परिवारवाद को बढ़ावा दे रही है। कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं देकर सांसद-विधायक के परिवार को टिकट दिया गया है। भाजपा वाले बड़े-बुजुर्गों को भूलते जा रहे हैं। जनसंघ के संस्थापक रहे कैलाशपति मिश्र की बहू को टिकट नहीं दिया।
कहा कि मोदी ने एक लाख 25 हजार करोड़ रुपये विशेष पैकेज के रूप में देने की बात कही। इसमें से एक लाख आठ हजार रुपये पुरानी योजनाओं के हैं। मोदी कहते हैं नीतीश अहंकारी हैं, पैसा दिया तो लौटा देंगे। लेकिन केंद्र को ही रुपये खर्च करने हैं, बिहार सरकार को रुपये खर्च नहीं करने हैं। मोदी जंगलराज की बात करते हैं, लेकिन अपराध के मामले में बिहार 22वें स्थान पर है। दिल्ली पहले नंबर पर है, जहां केंद्र की हुकूमत चलती है। कहा कि आरएसएस संघ चालक जो कहते हैं, भाजपा वही करती है। मोदी खुद प्रचारक रहे हैं, इसलिए आरक्षण के मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। कहा कि एनडीए व भाजपा प्रतिदिन 40 सभाएं करने की बात कह रही है। लेकिन एनडीए के नेता 40 क्या प्रतिदिन 140 सभा कर लें, कोई फर्क पडऩे वाला नहीं है। बिहार की जनता ने एनडीए को पूरी तरह नकार दिया है। भाजपा में नेतृत्व का अकाल है।
अभी जो स्थिति है उससे तो यही लग रहा है कि भाजपा पंचायत चुनाव भी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ही लड़ेगी। मैं काम में विश्वास रखता हूं। जो बोलता हूं वो करता हूं। मैंने न कभी किसी बिहारी का सिर शर्म से झुकने दिया और न ही कभी झुकने दूंगा।