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झूठी निकली अपहरण की कहानी, पुलिस ने मनीष को भेजा जेल

चैंबर ऑफ कॉमर्स में काम करने वाले जिस मनीष पांडेय की तलाश में पुलिस कई राज्यों का खाक छानती फिर रही थी, वह कोलकाता में रिश्तेदार के घर आराम करता मिला। अपहरण की कहानी खुद मनीष ने बनाई थी।

By pradeep Kumar TiwariEdited By: Published: Wed, 04 Mar 2015 10:21 AM (IST)Updated: Wed, 04 Mar 2015 10:23 AM (IST)
झूठी निकली अपहरण की कहानी, पुलिस ने मनीष को भेजा जेल

पटना। चैंबर ऑफ कॉमर्स में काम करने वाले जिस मनीष पांडेय की तलाश में पुलिस कई राज्यों का खाक छानती फिर रही थी, वह कोलकाता में रिश्तेदार के घर आराम करता मिला। अपहरण की कहानी खुद मनीष ने बनाई थी। इसके पूर्व मनीष ने डीजीपी से लेकर अन्य अधिकारियों को मेल के जरिए सुसाइड करने की बात कहीं थी। जिसमें पुलिस भी उलझ गई और गहन छानबीन की। मनीष नहीं मिला। मिला तो कोलकाता के हावड़ा में अपने रिश्तेदार के घर। पुलिस उसे मंगलवार को शास्त्रीनगर थाने में लाई और पूछताछ के बाद जेल भेज दिया।

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शास्त्रीनगर थाने में एसएसपी जितेन्द्र राणा ने मंगलवार को बताया कि 23 फरवरी को मनीष पांडेय की पत्नी गरिमा सिंह ने तहरीर दी थी कि उसके पति पूर्व रात्रि से गायब है। साथ ही यह भी कहा गया कि किसी व्यक्ति से पैसे देने और मारने की धमकी दी गई। पुलिस ने छानबीन के बाद अपहरण का मामला दर्ज कर जांच में जुट गई। इसी बीच जिस व्यक्ति के खिलाफ मनीष की पत्नी ने तहरीर दिया उसने शास्त्रीनगर थाने में पहुंच तहरीर दी कि मनीष ने दस लाख रुपये लिए थे और मांगने पर फर्जी चेक दिया है। पुलिस मनीष की तलाश में जुट गई। इसी बीच दो मार्च को पुलिस ने मनीष को कोलकाता से पकड़ लिया। मनीष बिहार चेम्बर ऑफ कामर्स में ऑफिसर है। मनीष को गबन के मामले में जेल भेज दिया गया।

फूड सप्लाई के नाम पर सवा करोड़ : सूत्रों के मुताबिक मनीष पिछले आठ नौ माह से फूड सप्लाई के नाम पर लोगों को अधिक मुनाफा बताकर फंसाता था। मनीष के चंगुल में फंसे लोगों ने 1 से 40 लाख रुपये तक दे दिये। इस तरह मनीष ने लगभग सवा करोड़ का हेरफेर कर दिया। शुरू में कुछ लोगों को मुनाफा मिला। लेकिन, बाद में कोई जवाब न मिलने पर लोगों को शक हुआ।

फंसे आधा दर्जन लोग

मनीष ने आधा दर्जन से अधिक लोगों से पैसे ले रखे थे। कुछ को शुरुआती दौर में 20 से 30 फीसदी मुनाफा भी कराया और लोग उसे पैसे देते गए। दो माह बाद मुनाफा तो दूर मूल पैसा भी नहीं मिला। मनीष के चक्कर में फंस कॉल सेंटर में काम करने वाली लड़की ने नौकरी से त्यागपत्र दे दिया। उसे झांसा दिया कि 40 हजार में नौकरी दिलायेंगे, पर नौकरी तो दूर जो पैसा दिया वह भी नहीं लौटाया।


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