सबको आजमाया, एक बार भाजपा को भी आजमा कर देखें: अमित शाह
दैनिक जागरण के 'जागरण फोरम' के तहत आयोजित शिखर सम्मेलन 'लोकतंत्र सिर्फ राजनीति या जनभागीदारी'तीसरे व अंतिम सत्र में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि चुनाव विकास के मुद्दे पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां-जहां भाजपा की सरकार बनी, विकास हुआ।
पटना। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जागरण फोरम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की जनता ने सबको आजमा कर देख लिया है। कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और जदयू की सरकार बनाकर बिहार की जनता देख चुकी है। उन्होंने कहा बिहार के लोग अगर विकास चाहते है तो भाजपा को पांच साल के लिए एक मौका देकर देखें।
शाह ने कहा हमारा ट्रैक रिकार्ड रहा है। जहां भी राज्यों में हमें सरकार बनाने का मौका मिला वहां हमने दलित, आदिवासी, पिछड़े, शोषित और वंचित तबके के लोगों के विकास के इतने काम किए कि वहां की जनता को सेवा करने का दुबारा मौका मांगने की जरूरत नहीं पड़ी। वहां की जनता हमें बार बार सेवा का मौका देती रही। उन्होंने कहा इस बार अगर गलती हुई तो यह राज्य विकास की दौड़ में काफी पीछे चला जाएगा। उन्होंने कहा जनता ने भाजपा को सेवा करने का मौका दिया तो यकीन मानिए पांच साल में यह देश का अग्रणी राज्य होगा।
शाह ने कहा देश में विकास की दर दस फीसद से अधिक रखनी है तो बिहार के साथ साथ यूपी और पश्चिम बंगाल में भी विकास की रफ्तार बढ़ानी होगी। इन राज्यों के समृद्धि के दरवाजे खोलने होंगे। यहां भी बिजली, शिक्ष स्वास्थ्य के स्तर को ऊंचा उठाना होगा।
भाजपा ने बिहार के गौरवशाली अतीत को याद करते हुए कहा कि सात सौ सालों तक यहां की धरती से देश का शासन चलता रहा। मगध साम्राज्य का ऐसा दबदबा था कि सिकंदर की सेना को भी लौटने को विवश होना पड़ा था। जो बिहार कभी शासन व्यवस्था में देश का अग्रणी राज्य माना जाता था, पिछले 25 सालों में आज उसकी क्या हालत कर दी गई है। उनका इशारा लालू यादव और नीतीश कुमार पर था।
शाह ने कांग्रेस के भ्रष्टाचार के खिलाफ जेपी आंदोलन से राजनीति की शुरूआत करने वाले नीतीश कुमार पर जमकर कटाक्ष किया। कहा मुझे मालूम नहीं कि उन्हें कांग्रेस नेताओं के सामने घुटने टेक कर गठबंधन करते देखकर जेपी की आत्मा को क्या हो रहा होगा। उन्होंने कहा सवाल सांप्रदायिकता का नहीं था। सवाल प्रधानमंत्री पद की अतिमहत्वाकांक्षा का था।
शाह ने कहा कि भ्रष्टाचार की जननी कांग्रेस और जंगलराज के पर्याय लालू यादव से महागठबंधन करके नीतीश कुमार दावा कर रहे हैं कि यूपीए ही बिहार का विकास कर सकती है।
उन्होंने कहा बिहार की जनता ने पिछले पैतीस साल में 28 साल कांग्रेस, राजद और जदयू के शासन को देख लिया है। नीतीश कुमार के शासन के पहले सात सालों में भी विकास इसलिए संभव हो सका, क्योंकि उसपर भाजपा के 91 विधायकों की मजबूत पहरेदारी थी।
भाजपा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा चुनाव में बिहार के विकास के लिए पैकेज के वादे को पूरा करते हुए सवा लाख करोड़ का पैकेज की घोषणा की आलोचना किए जाने पर नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा बिहार के साथ भेदभाव ही करना होता तो यह बाद में भी कर सकते थे।
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने सबसे पहले बिहार को दस हजार करोड़ का पैकेज दिया। यूपीए ने 2000 करोड़ बढ़ाकर इसे बारह हजार करोड़ किया। जो पैसा मिला उसे भी खर्च नहीं कर पाए।
एक मेगावाट बिजली तक पैदा नहीं कर पाए। लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब बिहार को सवाल लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान कर दिया है तो राजनीतिक कारणों से उसकी भी आलोचना करने से बाज नहीं आ रहे है।
डेढ़ साल में केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए शाह ने कहा प्रधानमंत्री सवा लाख करोड़ या 165 लाख करोड़ का विशेष पैकेज बिहार को क्यों न दे दें नीतीश- लालू- कांग्रेस के महागठबंधन की सरकार रही तो यह पैसा भी घोटाले की भेंट चढ़ जाएगा।
इसीलिए बिहार की जनता से हम अपील करने आए हैं कि भाजपा के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनाकर पांच साल सेवा का मौका दें, बिहार को न सिर्फ नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएंगे बल्कि उसकी गौरवशाली परम्परा को वापस लाएंगे।