महागठबंधन में रार: तेजस्वी ने ट्वीट कर दी सफाई, नहीं दे रहे इस्तीफा
रेल होटल घोटाला मामले में फंसे तेजस्वी यादव अब अपना इस्तीफा देंगे। एेसी खबर आने के बाद तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा कि यह खबर गलत है। उन्होंने मीडिया का मजाक बनाया।
पटना [जेएनएन]। महागठबंधन में तेजस्वी के इस्तीफे को लेकर चल रही बयानबाजी के बाद बिहार के लिए अगले 48 घंटे नाजुक हैं। राजद और जदयू के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच तेजस्वी के इस्तीफे की बात आई जिसपर सफाई देते हुए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर इस बारे में सफाई दी और कहा मैं इस्तीफा नहीं दे रहा।
तेजस्वी यादव ने मीडिया पर तंज कसते हुए कहा कि मेरे इस्तीफे की झूठी खबर फैलाई और कहा कि मैं इस्तीफा दे रहा हूं, मुझे इस खबर पर हंसी आ रही है।
"उत्पाती सूत्रों" के नाम से मीडिया का एक वर्ग भाजपा का जो एक सूत्रीय कार्यक्रम चला रहा है उसपर ज़ोरों से हँसी आ रही है
"भूँजा खाओ,मस्त रहो"
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 14, 2017
इस्तीफा नहीं दिया तो तेजस्वी हो सकते हैं बर्खास्त
नीतीश कुमार ने आरजेडी को तेजस्वी मामले में स्टैंड साफ करने के लिए चार दिन की जो मोहलत दी है वो कल खत्म हो रही है औरर उसके खत्म होने के बाद जेडीयू क्या फैसला लेगी? क्या टूट जाएगा बिहार का महाठबंधन? ऐसे में राजनीतिक जानकारों की मानें तो अगर तेजस्वी ने खुद इस्तीफा नहीं दिया तो नीतीश कुमार उन्हें कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं। और अगर ऐसा हुआ तो बिहार में सियासी भूचाल का आना तय है।
राजद महागठबंधन बचाने में जुटा
राजद ने कहा है कि लालू के लौटने के बाद भी अभी हम जदयू के अगले कदम का इंतजार करेंगे और फिलहाल तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे। राजद तेजस्वी को पद पर बनाए रखकर महागठबंधन को बचाने की पूरी कोशिश करेगा राजद। जो भी निर्णय होगा सोमवार को होगा और तेजस्वी को अगर इस्तीफा देना पड़ा तो राजद के सारे मंत्री भी सामूहिक इस्तीफा देंगे।
खबर एेसी आई कि तेजस्वी ने अब सरेंडर करने का मन बना लिया है और लालू यादव के रांची से पटना लौटते ही इस मामले पर अंतिम मुहर लग सकती है और उसके बाद तेजस्वी यादव अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। बता दें कि राजद अध्यक्ष लालू यादव अभी चारा घोटाला मामले में चल रही सुनवाई के लिए रांची गए हुए हैं।
कांग्रेस भी नहीं चाहती कि बिहार में महागठबंधन टूटे
मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस नहीं चाहती कि बिहार में महागठबंधन नहीं टूटने देना चाहती। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नीतीश और लालू से फोन पर बात की और कोई बीच का रास्ता निकालकर इस मुद्दे को खत्म करने की बात कही।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी चाहती हैं बिहार में गठबंधन रहे अटूट।
तेजस्वी के इस्तीफे को लेकर लालू प्रसाद ने कहा था कि वो इस्तीफा नहीं देंगे लेकिन यह भी कहा था कि वे बिहार के महागठबंधन पर कोई संकट नहीं आने देंगे।
लालू के बयान का अर्थ है कि यदि बिहार सरकार का भविष्य तेजस्वी के इस्तीफे पर ही निर्भर है, तो वह यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि उनके बेटे उपमुख्यमंत्री के रूप में इस्तीफा दे दें, क्योंकि नीतीश को लेकर उनकी राय बन रही है कि नीतीश कुमार बीजेपी की तरह सोच रहे हैं।
तेजस्वी के खिलाफ सीबीआइ में मामला दर्ज होने के बाद नीतीश कुमार ने निजी तौर पर एक तय सीमा में तेजस्वी से अपना रुख साफ करने को कहा था और कहा था कि इस मामले में जनता के सामने साक्ष्य प्रस्तुत करें।
सीबीआइ की एफआइआर पर मची रार
सीबीआइ ने जो एफआइआर दायर कराया है उसमें आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद ने निजी कंपनी को फायदा पहुंचाया था और पटना में तीन एकड़ जमीन हासिल की थी और यह जमीन लालू की पत्नी राबड़ी देवी, छोटे बेटे तेजस्वी यादव और अन्य भाई-बहनों के नाम है।
इस जमीन की कीमत इस समय करीब 90 करोड़ रुपये है। इस जमीन का ब्यौरा तेजस्वी ने बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को नहीं दिया था। सीबीआइ के हाथ मामले के कई अहम सुबूत लगे हैं और उसने इसकी जांच के बाद एफआइआर की है। इस मामले की जांच जारी है।