बीजेपी एमएलसी टुन्ना जी पांडे की जमानत रद करने से SC ने किया इंकार
सुप्रीम कोर्ट में आज बीजेपी के एमएमलसी टुन्नाजी पांडेय की जमानत को रद करने की याचिका पर सुनवाई करते हुए बिहार सरकार द्वारा दायर याचिका को खारिज कर दिया है।
पटना [जेएनएन]। बिहार सरकार को करारा झटका देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आज बीजेपी के निलंबित एमएलसी टुन्ना जी पांडेय की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए इसे रद करने से इंकार कर दिया है। बिहार सरकार ने टुन्नाजी पांडेय की जमानत याचिका रद करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
टुन्नाजी पांडेय पर चलती ट्रेन में नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ करने का आरोप लगा था। जिसमें पीड़िता और उसके पिता के बयान में विरोधाभास को देखते हुए जुलाई में गिरफ्तार किए गए सिवान के एमएलसी टुन्नाजी पांडेय को पटना हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी।
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उनकी जमानत को बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी और आज सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उनकी जमानत को रद करने से साफ इंकार कर दिया। कोर्ट के मुताबिक पीड़िता और उसके पिता के बयान में विरोधाभास पाया गया है और इस मामले में टुन्नाजी पांडेय ने 92 दिन जेल में गुजारे हैं और अब जब पीड़िता के पिता मामले में समझौता करने को तैयार हैं तो उनपर कोई कार्रवाई कैसे की जा सकती है।
टुन्नाजी पांडेय भाजपा कोटे से सिवान सीट से एमएलसी चुने गए थे लेकिन छेड़खानी के मामले में गिरफ्तारी के बाद भाजपा ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था।
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टुन्नाजी पांडे घटना के दिन (24 जुलाई 2016) से ही जेल में हैं। इस जमानत के बाद उनकी रिहाई का रास्ता साफ हो गया है। उल्लेखनीय है कि गोरखपुर के रहने वाले और थाईलैंड में व्यवसाय करने वाले विजय प्रकाश पांडेय की 12 वर्षीय बेटी ने उनपर छेड़खानी का आरोप लगाया था जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
लड़की अपने पिता और परिवार के दो अन्य सदस्यों के साथ अप पूर्वांचल एक्सप्रेस की एसी टू बोगी ए-1 में सफ़र कर रही थी। यह परिवार हावड़ा से गोरखपुर जा रहा था। उसी बोगी में एमएलसी टुन्ना जी पाण्डेय दुर्गापुर में सवार हुए। लड़की ने आरोप लगाया था कि ट्रेन के हाजीपुर आने के पहले सराय स्टेशन के पास टुन्ना जी पाण्डेय ने बर्थ नंबर 46 पर सो रही 12 वर्षीया लड़की के साथ छेड़खानी की।
हांलाकि बाद में लड़की और उसके पिता ने आरोपों से इन्कार करते हुए हलफनामा भी दायर किया था लेकिन कोर्ट ने तत्काल उन्हें राहत नहीं दी थी ।
सिवान के बीजेपी एमएलसी टुन्ना जी पाण्डेय बड़े शराब माफिया रहे हैं। वे पहली बार सारण के डीआईजी आलोक कुमार पर पांच करोड़ घूस के रुपए मांगने का आरोप लगाकर चर्चा में आये थे। तब राज्य सरकार ने डीआईजी को बर्खास्त कर दिया था।
चर्चा में आने के बाद वे राजनीतिक जमीन तलाशने के क्रम में भाजपा में शामिल हुए टुन्नाजी वर्ष 2014 व 2015 दोनों साल में एमएलसी के लिए हुए चुनाव में जीत दर्ज की। एमएलसी टुन्ना जी पाण्डेय जिले के दरौली थाने के नेतवार गांव के रहने वाले हैं। छेड़खानी के मामले में हुई गिरफ़्तारी की चर्चा तब पूरे राज्य में ङुई थी।