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पटना: धनतेरस-दिवाली पर सराफा बाजार की झोली में गिरेंगे 200 करोड़

पटना में इस बार धनतेरस और दिवाली पर दो सौ करोड़ की खरीदारी होने का अनुमान लगाया जा रहा है। सरकार की ओर से 50 हजार रुपये की ज्वेलरी खरीदने पर पैन कार्ड की अनिवार्यता खत्म की गई है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 17 Oct 2017 11:07 AM (IST)Updated: Tue, 17 Oct 2017 05:46 PM (IST)
पटना: धनतेरस-दिवाली पर सराफा बाजार की झोली में गिरेंगे 200 करोड़
पटना: धनतेरस-दिवाली पर सराफा बाजार की झोली में गिरेंगे 200 करोड़

पटना [जेएनएन]। धनतेरस-दिवाली पर अकेले पटना में दो अरब रुपये के कारोबार की उम्मीद जताई जा रही है। बिहार में पांच अरब से छह अरब रुपये का ज्वेलरी कारोबार होने का अनुमान है। हाल में सरकार की ओर से 50 हजार रुपये की ज्वेलरी खरीदने पर पैन कार्ड की अनिवार्यता खत्म की गई। सराफा व्यवसायियों ने इसका स्वागत किया। अब इसका असर भी दिखाई दे रहा है। बाजार पूरी रफ्तार में है। 

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छूट की है लूट 

सराफा बाजार में छूट की लूट है। ऑफरों की धूम है। कहीं सोने के आभूषणों के मेकिंग चार्ज पर 50 फीसद तक की छूट है तो कहीं हीरे के आभूषणों पर फ्लैट 30 फीसद तक की छूट है। कहीं खरीदारी पर चांदी के सिक्के दिए जा रहे हैं तो कहीं लकी ड्रा पर उपहारों की बारिश हो रही है। ग्राहकों को लुभाने के लिए ज्वैलर्स कोई कोर-कसर नहीं छोड़े हैं। असर भी है। बाजार पूरी रफ्तार में है। 

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लाइटवेट और वेडिंग कलेक्शन पर नजर

बाजार में खरीदार उमड़ पड़े हैं। दरअसल, जल्द ही लगन का मौसम शुरू होने वाला है। लिहाजा, धनतेरस पर ही लगन की भी खरीदारी करना लोग बेहतर समझ रहे हैं। इससे बाजार को बल मिल रहा है। 50 हजार की खरीदारी पर अब पैन कार्ड या आधार कार्ड की अनिवार्यता भी खत्म कर दी गई है।

सराफा व्यवसायी लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे। यह मांग सरकार हाल ही में पूरी कर दी। इससे भी बाजार को गति मिली है। लाइटवेट आभूषणों के साथ ही वेडिंग कलेक्शन की जमकर खरीदारी हो रही है। 

बाजार में कायम  है सोने का दबदबा

हीरे का कद सराफा बाजार में बढ़ा है लेकिन सोने का दबदबा अब भी कायम है। कुल बिक्री में इस समय लगभग 70 फीसद सोने के जेवर बिक रहे हैं, 25 फीसद हिस्सेदारी पर कब्जा जमा कर हीरा भी इतरा रहा है। फ्रेजर रोड तनिष्क के प्रबंधक उमेश टेकरीवाल ने कहा कि इस समय लाइटवेट नेकलेस, चेन, झुमका और कुंदन पोलकी बैंगल अर्थात बाला की जबरदस्त मांग है। शोरूमों में नये कलेक्शन की लांचिंग भी जमकर हुई है। 

सिक्के की खनक भी बढ़ी

बाजार में आभूषणों के साथ ही सोने और चांदी के सिक्के भी खूब खनक रहे हैं। अंग्रेजों के जमाने के सिक्के का क्रेज भी बना हुआ है। विक्टोरिया सिक्के की मांग जबरदस्त है। विक्रेताओं ने कहा कि संख्या के हिसाब से सोने की अपेक्षा चांदी के सिक्के अधिक बिक रहे हैं, लेकिन मूल्य की दृष्टि सोने के सिक्के ही आगे हैं। 

पिछले साल से सोना महंगा पर चांदी सस्ती

पिछले साल सोना 30, 650 रुपये प्रति दस ग्राम था। इस समय यह 30,850 रुपये पर है। इस तरह से यह पिछले साल की तुलना में 200 रुपये प्रति दस ग्राम महंगा है। हालांकि चांदी पिछले साल की तुलना में नरम है। पिछले साल चांदी 42500 रुपये प्रति किलो थी। इस समय इसका भाव 41,200 रुपये प्रति किलो है। 

ऐसे करें नकली चांदी सिक्कों की पहचान

बाजार में विक्टोरिया, एडवर्ड सहित अन्य अंग्रेजों के जमाने के नकली सिक्के भी बिक रहे हैं। थोड़ी सावधानी बरतने पर इनकी पहचान की जा सकती है। जानकारों का कहना है कि अगर असली चांदी के सिक्के को उछाल कर फर्श पर गिराया जाए तो इससे ठोस आवाज उभरेगी। नकली को इसी तरह से उछाला जाए तो फर्श पर गिरने पर उसकी आवाज बिखरी सुनाई देगी। अर्थात खनक रहेगी।

सिक्के की धारी से भी पहचान हो सकती है। सिक्के के ऊपर बनी धारियां अगर घिसी हुई हैं तो इसे असली समझ सकते हैं, जबकि धारियां अगर घिसी नहीं हैं तो इसे नकली मान सकते हैं। अंग्रेजों के जमाने के चांदी सिक्के कुछ मटमैले होते हैं, जबकि नकली सिक्के अपेक्षाकृत कुछ चमकदार होते हैं। 


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