इनके बल पर चलता था शहाबुद्दीन के खौफ का साम्राज्य, ये रहे हैं 'साहेब' के खास शूटर्स...
शहाबुद्दीन की सत्ता को जिसने भी चुनौैती दी, उसके लिए तो बस एक ही सजा थी : 'सजा-ए-मौत।'खौफ के साये तले शहाबुद्दीन का यह साम्राज्य उनके खास शूटर्स के सहारे चलता था। यूं तो इसकी लिस्ट लंबी रही है, लेकिन इनमें भी कुछ खास रहे हैं।
पटना [अमित आलोक]। बिहार के सिवान में राजद के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन का नाम लेने में भी लोग थर्राते थे। एक वह भी दौर गुजरा है, जब नाम लेकर पुकारना उनकी तौहीन मानी जाती थी। अदब से उन्हें 'साहेब' कहा जाता था। सिवान में 'साहेब' का अपना कानून चलता था। लोग उनके दरबार में गुहार लेकर आते थे, जहां उनकी बात काटने की हिम्मत किसी में नहीं थी।
सिवान की इस समानांतर सत्ता को जिसने भी चुनौैती दी, उसके लिए तो बस एक ही सजा थी : 'सजा-ए-मौत।' खौफ के साये तले शहाबुद्दीन का यह साम्राज्य उनके खास शूटर्स के सहारे चलता था। यूं तो इसकी लिस्ट लंबी रही है, लेकिन इनमें भी कुछ खास रहे हैं। आइए नजर डालते हैं शहाबुद्दीन के कुछ खास माने जाने वाले शूटर्स के कारनामों पर...
मुंशी मियां
सिवान के प्रतापपुर का निवासी मुंशी मियां शहाबुद्दीन के सबसे पुराने खासमखासों में शामिल है। मुंशी मियां पर पूर्व सांसद के शुरुआती दिनों के दौरान हत्या, फिरौती व लूट से जुड़े कई मामले दर्ज हैैं। उसपर कुछ महीने पहले ही शहर के आंदर ढाला पर जानलेवा हमला करने की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इनमें वह जमानत पर है। हाल ही में हुए पत्रकार राजदेव हत्याकांड में भी उससे पूछताछ हो चुकी है।
रुस्तम खां
रुस्तम खां सिवान के वकील रघुवीर शरण हत्याकांड में नामजद है। सिवान में तैनात पुलिस अधीक्षक एसके सिंघल पर हमले में भी वह आरोपी है। साथ ही मुन्ना चौधरी अपहरण कांड में भी वह अभियुक्त है। वह अभी जेल में है। शहाबुद्दीन के इस खास शूटर को शुक्रवार को ही मोतिहारी मंडल कारा भेजा गया है।
ध्रुव जायसवाल
ध्रुव जायसवाल को जेएनयू के छात्र संघ अध्यक्ष चंद्रशेखर की हत्या में उम्रकैद की सजा हो चुकी है। ध्रुव जायसवाल कभी शहाबुद्दीन के खास शूटरों में शुमार था। उसे शुक्रवार को गया जेल स्थानांतरित किया गया।
रेयाजुद्दीन
शहाबुद्दीन के सबसे अजीज इस शूटर की हत्या सिवान के सिसवन के नंदामूड़ा में गैैंगवार के दौरान हो गई थी। उसकी हत्या का आरोप वर्तमान विधायक कविता देवी के पति अजय सिंह पर लगा था।
सत्येन्द्र तिवारी
सत्येन्द्र तिवारी पर भी हुसैनगंज सहित जिले के अन्य थानों में कई लूट, हत्या और अपहरण के मामले दर्ज थे। सत्येन्द्र खास व तेज-तर्रार शूटर था। उसपर भाजपा नेता रमाकांत पाठक के पुत्र सोनू पाठक व नौकर की दोहरे हत्याकांड का आरोप था। सत्येन्द्र की हत्या पिछले वर्ष सिवान के हुसैनगंज से घर जाने के दौरान बाइक सवार कुछ अपराधियों ने गोली मारकर कर दी थी।
बडकू-छोटकू
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जफरा गांव के रहने वाले बडकू मियां और छोटकू मियां का कभी आतंक हुआ करता था। एक समय वह भी था, जब राहगीर गोपालगंज-सिवान पथ पर शाम ढलने के बाद चलने से खौफ खाते थे। कुख्यात लूल्हा की हत्या कर दोनों चर्चा में आए थे। शहाबुद्दीन के खास आदमी माने जाने वाले इन दोनों की हत्या सिवान के ही जफरा गांव में आर्केस्ट्रा में हुए विवाद के दौरान कर दी गई थी।