बिहार में ठंड से गई सात की जान!
बिहार में ठंड जानलेवा हो चुकी है। शुक्रवार व शनिवार को सर्दी की चपेट में आए सात लोगों की मौत हो गई, हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई कि मौत का असली कारण ठंड ही है।
पटना। बिहार में ठंड जानलेवा हो चुकी है। शुक्रवार व शनिवार को सर्दी की चपेट में आए सात लोगों की मौत हो गई, हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई कि मौत का असली कारण ठंड ही है। बहरहाल शनिवार को सूबा हाड़ कंपा देने वाली ठंड की चपेट में रहा है। बर्फीली हवाओं ने लोगों को घरों में कैद रहने को मजबूर कर दिया। सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति काफी कम दिखी। कोहरे की वजह से ट्रेनें विलंब से चल रही हैं। हवाई उड़ानें प्रभावित हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एके सेन का कहना है कि प्रदेश से पश्चिमी विक्षोभ गुजर रहा है, जिसके कारण शीतलहर चल रही है। इस तरह की स्थिति अगले तीन दिनों तक बनी रहेगी। मंगलवार से ही मौसम में सुधार की उम्मीद की जा सकती है।
ठंड का रिकार्ड : शनिवार को गोपालगंज सूबे में सबसे ठंडा रहा। वहां न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राजधानी पटना में भी कड़ाके की ठंड से जनजीवन प्रभावित रहा। न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इसके पूर्व 2011 में 25 दिसंबर को राजधानी का न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री रिकार्ड किया गया था। 2012 में 30 दिसंबर को पटना का तापमान 4.4 पर पहुंच गया था। मौसम विज्ञान केंद्र के रिकार्ड के अनुसार 1961 में 25 दिसंबर राज्य का सर्वाधिक ठंडा दिन रहा था। उस दिन पटना का तापमान 2.1 डिग्री रिकार्ड किया गया था। बहरहाल गलन के कारण लोग घरों में दुबके हुए हैं। कभी-कभार दोपहर में निकले वाली हल्की धूप राहत दे पाने में नाकाफी साबित हो रही है।
ठंड से मौत : सहरसा जिला में शुक्रवार को ठंड लगने से एक आठ साल के लड़के सहित पांच लोगों की जान चली गई। सुपौल के त्रिवेणीगंज प्रखंड में शुक्रवार की रात ड्यूटी पर जाते समय 50 वर्षीय चौकीदार नागो पासवान की मौत हो गई। शनिवार सुबह कटिहार की सोहथा दक्षिणी पंचायत के 61 वर्षीय चमकलाल ठाकुर की मौत भी ठंड से हो गई। यद्यपि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।