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सेल्फ स्टडी से संभव है जेईई मेन में सफलता

एनसीईआरटी की किताबें सफलता में होती हैं सहायक।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Apr 2017 03:03 AM (IST)Updated: Sat, 29 Apr 2017 03:03 AM (IST)
सेल्फ स्टडी से संभव है जेईई मेन में सफलता
सेल्फ स्टडी से संभव है जेईई मेन में सफलता

एनसीईआरटी की किताबें सफलता में होती हैं सहायक

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जागरण संवाददाता, पटना : जेईई मेन में सफलता हासिल करने के लिए जरूरी है कि सेल्फ स्टडी पर जोर दिया जाए। समयबद्ध तरीके से सेल्फ स्टडी करने और एनसीईआरटी की किताबों पर बेहतर पकड़ होने पर जेईई मेन में सफलता हासिल की जा सकती है। ये बातें बीडी पब्लिक स्कूल के छात्र मुकुल कुमार ने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में कहीं। मुकुल को जेईई मेन में कुल 182 अंक मिले हैं। उसे 12885वीं रैंक हासिल हुई हैं। मुकुल का कहना है कि दो वर्षो तक एनसीईआरटी की किताबों का निरंतर अध्ययन किया जाए तो जेईई मेन में सफलता निश्चित रूप से हासिल की जा सकती है। कोचिंग के चक्कर में काफी समय छात्र बर्बाद कर देते हैं। मुकुल का कहना है कि जेईई मेन में एनसीईआरटी की किताबों से कम से कम 50 फीसद सवाल पूछे जाते हैं, जबकि चयन के लिए मात्र 25 फीसद अंकों की जरूरत होती है। मुकुल का कहना है कि मैंने कभी कोचिंग नहीं की, गंभीरता से सेल्फ स्टडी की और परिणाम सभी के सामने है।

समय की बर्बादी से बचने की जरूरत

कोचिंग आने-जाने में काफी समय बर्बाद होता है। कोचिंग के चक्कर में छात्र सेल्फ स्टडी पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं। इससे छात्रों को काफी नुकसान होता है। मे-फ्लावर हाईस्कूल के छात्र चंदन कुमार का कहना है कि स्कूलों में नियमित पढ़ाई करने से पाठ्यक्रम पूरा हो जाता है। जेईई मेन में सफलता के लिए पाठ्यक्रम पर पकड़ मजबूत होनी चाहिए। चंदन का कहना है कि कभी कोचिंग नहीं की। परीक्षा में उसे 74 अंक मिला है। उसने 34000वीं रैंक हासिल की है।

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पाठ्यक्रम पर जोर देने की जरूरत

11वीं एवं 12वीं का पाठ्यक्रम पूरा होने पर सीबीएसई द्वारा आयोजित जेईई मेन की परीक्षा में आसानी से सफलता हासिल की जा सकती है। ये बातें जेईई मेन में सफलता हासिल करने वाली बीडी पब्लिक स्कूल की छात्रा साक्षी कुमारी ने कहीं। साक्षी के पिता पंकज कुमार सिंह समस्तीपुर में किसान हैं। उसे परीक्षा में 86 अंक मिले हैं।

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कोचिंग पैदा करते भटकाव

जेईई मेन में 93 अंक हासिल करने वाले अर्णव सिंह का कहना है कि कोचिंग संस्थान बच्चों में भटकाव पैदा करते हैं। वे छात्रों को पाठ्यक्रम पर ध्यान केंद्रित नहीं होने देते हैं। परीक्षा में सफलता के लिए सेल्फ स्टडी बहुत जरूरी है। अगर सात से आठ घंटे सेल्फ स्टडी गंभीरता से की जाए तो जेईई मेन की परीक्षा में सफलता हासिल की जा सकती है।

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गंभीरता से करें 11वीं व 12वीं की पढ़ाई

जेईई मेन में सफलता हासिल करने वाले छात्र आनंद प्रकाश का कहना है कि हर छात्र के लिए स्कूल की पढ़ाई महत्वपूर्ण होती है। खासकर 11वीं एवं 12वीं की पढ़ाई गंभीरतापूर्वक करनी चाहिए। आनंद को जेईई मेन में 108 अंक हासिल हुए हैं।


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