Result Scam : आर्ट्स टॉपर रूबी राय गिरफ्तार, कहा- जान मार दोगे क्या?
बिहार बोर्ड की इंटर आर्ट्स टॉपर रूबी को रिजल्ट घोटाले में गिरफ्तार कर लिया गया है। वह बोर्ड कार्यालय जांच परीक्षा के लिए आई थी। बोर्ड ने उसका रिजल्ट रद कर दिया है।
पटना [जेएनएन]। बिहार बोर्ड के इंटर आर्ट्स की फर्जी टॉपर रूबी राय का यह 'बोल्ड' अवतार देख सभी हक्के-बक्के रह गए। वह अचानक बोर्ड कार्यालय पहुंची, विशेषज्ञ कमेटी के समक्ष पेश हुई। हालांकि, बाहर निकलते ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
इस बीच मीडियाकर्मियों ने उसे घेर लिया। मीडियाकर्मी बार-बार बोल रहे थे, रूबी क्या पूछा गया? वह कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थी। मीडियाकर्मियों से घिरे होने और बार-बार आग्रह करने पर रूबी ने बोल्ड आवाज में कहा, नहीं बोलेंगे तो जान मार दोगे क्या? इसके बाद पुलिस ने मीडियाकर्मियों को हटाते हुए रूबी को कमरे से बाहर निकाला। बाहर पुलिस की गाड़ी थी। इसमें रूबी को बैठाकर महिला थाने ले जाया गया।
दो घंटे चली 'परीक्षा' में रूबी फेल
बिहार बोर्ड ने दो घंटे की जांच परीक्षा के बाद रूबी राय को अयोग्य करार दिया। विशेषज्ञों की कमेटी ने रिपोर्ट में लिखा कि रूबी को इंटर कला विषयों का बेसिक ज्ञान तक नहीं है। कॉपी में लिखे गए प्रश्नों का जवाब पूछने पर भी वह अधिकांश का उत्तर नहीं दे पाई। कुछ सवालों के उत्तर दिये भी तो गलत। विशेषज्ञों द्वारा पूछे जाने पर रूबी ने कहा कि दो साल पढ़ाई की, परीक्षा दी और भूल गई। अब कुछ भी याद नहीं है।
कॉपियों की होगी फॉरेंसिक जांच
बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार टॉपर लायक योग्यता रूबी में कहीं से नहीं है। कमेटी की रिपोर्ट पर बोर्ड ने उसका रिजल्ट रद करने का निर्णय लिया है। अब बोर्ड रूबी की कॉपियों की फॉरेंसिक जांच कराएगा, ताकि पता किया जा सके कि इंटर परीक्षा में कॉपी रूबी ने लिखी थी या किसी दूसरे ने। इसके पहले इंटर विज्ञान टॉपर सौरभ श्रेष्ठ और राहुल कुमार का भी रिजल्ट रद किया जा चुका है।
अचानक पहुंची रूबी
बोर्ड के सभागार में लगभग दो घंटे तक रूबी की जांच परीक्षा चली। वह ठीक तीन बजे अचानक बोर्ड सचिव के कमरे में दाखिल हुई। पहले से ही विशेषज्ञों की कमेटी बोर्ड कार्यालय में उसका इंतजार कर रही थी। अभी लोग आपस में चर्चा कर ही रहे थे कि आज भी रूबी नहीं आएगी, तभी वह कमरे में सबके सामने आकर खड़ी हो गई।
सबसे पहले रूबी पर बोर्ड सचिव अनूप कुमार सिन्हा की नजर पड़ी। उन्होंने पूछा, आप रूबी राय हैं। उसने हां में जवाब दिया। इसके बाद मीडियाकर्मियों ने लगातार सवालों की बौछार शुरू कर दी, लेकिन एक का भी रूबी ने जवाब नहीं दिया। मीडियाकर्मियों से घिरे होने पर बोर्ड कर्मी से रूबी ने पूछा कहां जाना है?
तभी बोर्ड कर्मी रूबी को लेकर सभागार में गए जहां बोर्ड के विशेषज्ञ पहले से इंतजार कर रहे थे। रूबी राय की जांच परीक्षा तीन से पांच बजे तक चली।
प्रोडिकल कहकर चर्चा में आई थी रूबी
इंटर आर्ट्स में टॉपर घोषित रूबी राय के पॉलिटिकल साइंस को प्रोडिकल साइंस कहने से ही राज्य में इंटर रिजल्ट में घोटाले के बड़े मामले का खुलासा हुआ था। बतौर टॉपर उसका इंटरव्यू लेने गए इलेक्ट्रानिक चैनल को उसने बताया कि प्रोडिकल साइंस में खाना बनाने के बारे में पढ़ाया जाता है।
इसी के बाद रिजल्ट पर ऊंगली उठी और बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ, जिसकी आंच बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद और उनकी पत्नी से लेकर रूबी के कॉलेज प्रिंसिपल बच्चा राय तक पहुंची। इस मामले में रूबी को लेकर कुल डेढ़ दर्जन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
जांच के लिए दो बार नहीं आई रूबी
रिजल्ट घोटाला सामने आने के बाद सभी टॉपरों को बोर्ड ने जांच के लिए बुलाया था। 4 जून को हुई जांच में रूबी नहीं पहुंची। उसी के कॉलेज के साइंस टॉपर सौरभ श्रेष्ठ का रिजल्ट भी उलट-पुलट जवाब देने पर जांच टीम ने रद कर दिया था। रूबी नहीं पहुंची तो उसे फिर 11 जून को बुलाया गया था। तब भी वह नहीं आई। इसके बाद आखिरी तौर पर 25 जून को अपना पक्ष रखने का अवसर उसे दिया गया था।
शनिवार को उसके आने की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मुस्तैद हो गई थी। इधर रूबी बोर्ड कार्यालय पहुंची उधर एसआइटी की टीम डीएसपी शिब्ली नोमानी के नेतृत्व में पहुंची। महिला पुलिस टीम को भी बुला लिया गया था। अंदर इंटरव्यू चल रहा था और बाहर उसकी गिरफ्तारी की तैयारी भी चल रही थी।
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इतना ही कहा, जाना किधर है?
जब रूबी को बोर्ड कार्यालय पहुंचने पर मीडिया ने घेरा और पिछले दो बार उसके नहीं आने के बारे में सवाल किए तो वह यह कहकर निकल गई कि जाना किधर है? उसका सवाल बोर्ड की जांच टीम के बैठने वाले स्थान से जुड़ा था।बताया गया है कि रूबी ने जांच टीम के सवालों के जो जवाब दिए वे असंतोषजनक मिले।
इस दौरान उसके हस्ताक्षर सहित अन्य कई चीजों की जांच की गई। बाद में जांच समिति की सिफारिश पर बोर्ड ने उसका रिजल्ट रद कर दिया।
रूबी उसी विशुन राय कॉलेज की छात्रा है जिसके प्रिंसिपल बच्चा राय को गिरफ्तार कर इस विद्यालय की मान्यता स्थायी रूप से रद की जा चुकी है।जांच टीम में विनोद कुमार मंगलम, डॉ.रवींद्र कुमार वर्मा, डॉ.शिवेश रंजन, डॉ.राजीव रंजन सिन्हा सहित अन्य विशेषज्ञ शामिल थे।
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पहले आई होती तो शायद नहीं होती गिरफ्तारी
रूबी को बोर्ड की ओर से पहले भी दो बार बुलाया गया था। जांच के लिए पहले सभी टॉपरों के साथ तीन जून को और फिर 11 जून को। इन दोनों तिथियों में अगर वह आती तो गिरफ्तारी का सवाल नहीं था क्योंकि तबतक उसके खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं थी।