महिला विकास के लिए आरक्षण से पहले मिले संसाधन
महिलाओं के विकास के लिए आरक्षण से पहले जरूरी संसाधन मिले।
पटना : महिलाओं के विकास के लिए आरक्षण से पहले जरूरी संसाधन मिले। इसके अभाव में महिलाएं आरक्षण के लाभ से वंचित हो रही हैं। ये बातें बुधवार को गंगा देवी कॉलेज में 'महिला सुरक्षा एवं संरक्षा' पर आयोजित सेमिनार में वक्ताओं ने कहीं। इसका आयोजन विश्व युवा केंद्र एवं प्रेम यूथ फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से किया। उद्घाटनकर्ता कला-संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा कि भारतीय संस्कृति में महिलाओं को पूजने की परंपरा है, लेकिन वर्तमान में विकृति बढ़ी है। राज्य सरकार महिलाओं को नौकरी में 35 फीसद आरक्षण दे रही है।
लिंग भेद समाप्त करने का अभियान घर से हो शुरू
मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि लिंग भेद समाप्त करने का अभियान घर से शुरू हो। सामाजिक मसलों पर कानून के साथ-साथ जागरूकता जरूरी है। विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि संसाधन मिलने पर महिलाएं अपना अधिकार स्वयं लेने में सक्षम हैं। महिला आयोग की सदस्य माया चौधरी ने कहा कि उत्पीड़न के खिलाफ सभी को आवाज उठाने की जरूरत है।
जीएन तिवारी ने कहा कि भारत में महिलाओं को पूर्ण सुरक्षा के लिए सरकार नीति बनाए और इसका सख्ती से पालन हो। कृति सुमन ने लोगों को महिला कानून की जानकारी दी। विश्व युवा केंद्र के उदय शंकर सिंह ने कहा कि जागरूक महिलाएं अधिकार के लिए दूसरों को भी जागरूक करें। प्राचार्या डॉ. श्यामा राय, संजय झा, अधिवक्ता सुमन प्रकाश रंजन आदि मौजूद थे।