विवादित ढांचा विध्वंस मामले में आडवाणी-उमा पर चलेगा मुकदमा, बिहार में भी गरमाई राजनीति
अयोध्या में विवादित ढ़ाचा विध्वंस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आडवाणी, उमा व कल्याण सहित कई बड़े नेताओं पर मुकदमा चलाने का फैसला दिया है। इसके बाद बिहार में राजनीति गरमा गई है।
पटना [जेएनएन]। सुप्रीम कोर्ट ने विवादित ढांचा विध्वंस मामले में लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती व कल्याण सिंह सहित बड़े नेताओं पर साज़िश का मुकदमा चलाने का आदेश दिया है। इसके बाद बिहार में भी राजनीति गरमा गई है। महागठबंधन नेताओं ने कहा है कि साजिश करने वाले बेनकाब हो गए हैं। दूसरी ओर भाजपा ने कहा है कि अदालत में न्याय होगा।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा कि वे सांप्रदायिकता के खिलाफ हैं और ऐसे लोगों पर मुकदमा चलना ही चाहिए। जदयू नेता श्याम रजक ने कहा कि इससे षड़यंत्रकारी बेनकाब हो गए हैं। अब उन सबों पर मुकदमा चलना चाहिए।
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केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राजद सुप्रीमो लालू पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें कुछ भी बोलने से पहले अात्म मंथन करना चाहिए। बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है, उसका स्वागत है। लेकिन इस मामले में लालू यादव को बोलने से पहले सोचना चाहिए। वे खुद सजायाफ्ता हैं, कई मामलों के आरोपित भी हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट फैसला स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि इस मामले में स्पीडी ट्रायल चलाना चाहिए और किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। कहा कि लालू पापड़फोड़ पहलवान हैं। वे केवल राजनीतिक और जातीय उन्माद फैला सकते हैं। एेसे लोगों की बातों का क्या मतलब ही क्या है? जब जो मन में आए बोलते रहते हैं।
विदित हो कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब केंद्रीय मंत्री उमा भारती व राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह पर इस्तीफे का दबाव है। बतौर राज्यपाल, कल्याण सिंह को फिलहाल कानूनी इम्यूनिटी मिली हुई है। उधर, कोर्ट के इस फैसले के बाद लालकृष्ण आडवाणी का नाम अगले राष्ट्रपति चुनाव की रेस में शामिल होना मुश्किल लग रहा है।