बिहार की जेलों में लौटी बहार... शाही ठाठ के साथ रह रहे बाहुबली
बिहार की जेलों में बहार लौट आई है। खुंखार कैदियों से लेकर बाहुबली तक शाही ठाठ के साथ रह रहे हैं। बस नाम की जेल है, लेकिन सलाखों के अंदर अय्यासी की सारी सुविधाएं उपलब्ध है।
पटना। बिहार की जेलों में बहार लौट आई है। खुंखार कैदियों से लेकर बाहुबली तक शाही ठाठ के साथ रह रहे हैं। बस नाम की जेल है, लेकिन सलाखों के अंदर सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं। दबंगई दिखाने के लिए चाकू-हथियार है, तो स्टेटस सिंबल दिखाने के लिए महंगे मल्टीमीडिया मोबाइल भी। धुएं के छल्ले बनाने का भी इंतजाम है। ऐसा हम नहीं कह रहे, यह बात प्रशासन की औचक छापेमारी में सामने आई है।
प्रदेश के सबसे संवेदनशील बेउर जेल के हालात के बारे में हम बात कर रहे हैं। हां वही बेउर जेल, जिसमें बाहुबली अनंत सिंह, एमएलसी रीतलाल यादव, विंदु सिंह, एमएलए सुनील पांडेय, विजय कृष्ण जैसे कुख्यात व हाई प्रोफाइल कैदी बंद हैं।
पटना के सिटी एसपी (मध्य) चंदन कुशवाहा के नेतृत्व में जब छापेमारी की गई तो शाही ठाठ के साथ रह रहे कैदियों ने हल्ला बोल दिया। अपनी हनक से खाकी पर हावी होने का प्रयास किया, लेकिन कमान चुनाव आयोग के हाथ थी, ऐसे में खाकी पूरे रौब में दिखी।
पुलिस का रौद्र रूप देख बाहुबलियों में भी हड़कंप मच गया। सभी ने सरेंडर कर जांच में सहयोग शुरू किया तो जो चीजें बरामद हुई उसकी कल्पना भी नहीं कर सकते। चाकू, मल्टीमीडिया मोबाइल, पोस्टपेड सिम, अश्लील वीडियो, महंगी शराब, सिगरेट, गांजा आदि सब चीजों का इंतजाम था। ये सभी चीजें बाहुबलियों के विशेष सेल से बरामद की गईं। सूत्रों की माने तो कुछ सेल से कंडोम और हथियार भी बरामद हुए हैं, लेकिन पुलिस अधिकारी फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं कर रहें।
पुलिस को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि बेउर जेल में बंद बाहुबली जेल के अंदर से अपना साम्राज्य चला रहे हैं। विधानसभा चुनाव में राजनीतिक हितों को साधने के लिए बाहरी दुनिया के संपर्क में हैं। इसी के चलते जेल में छापेमारी की गई और हकीकत सामने आ गई। इससे पूर्व भी इस जेल में हुई छापेमारी में कई आपत्तिजनक चीजें बरामद हो चुकी हैं।