दो मोबाइल धारकों को तलाश रही आठ राज्यों की एटीएस
पुलिस के डॉयल 100 पर कॉल कर पटना जंक्शन समेत नगर के सार्वजनिक इलाकों में बम धमाके की धमकी जिन तीन मोबाइल नंबरों से मिली थी, पुलिस ने उनमें से एक नंबर का तो पता लगा लिया, लेकिन दो मोबाइल नंबरों के धारकों का अब तक पता नहीं चला है।
पटना। राजधानी पुलिस के डॉयल 100 पर कॉल कर पटना जंक्शन समेत नगर के सार्वजनिक इलाकों में बम धमाके की धमकी जिन तीन मोबाइल नंबरों से मिली थी, पुलिस ने उनमें से एक नंबर का तो पता लगा लिया, लेकिन दो मोबाइल नंबरों के धारकों का अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लग सका है। बड़ी बात यह है कि उन्हीं दो मोबाइल नंबरों से सात राज्यों की पुलिस को बम धमाकों की धमकी मिल चुकी है। बिहार समेत आठ राज्यों की एटीएस (आतंक निरोधक दस्ता) उन दो मोबाइल धारकों की तलाश कर रही है, लेकिन वे पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
सूत्रों की मानें तो धमकी देने वाले लोग कॉल करने के बाद मोबाइल स्वीच ऑफ कर लेते हैं, जिसकी वजह से मोबाइल का लोकेशन पता लगाने में मुश्किलें आ रही हैं। प्रारंभिक जांच में बात सामने आई थी कि दो मोबाइल नंबर त्रिपुरा और आंध्र प्रदेश में इस्तेमाल किए जा रहे हैं, लेकिन पुलिस इसके आगे एक कदम नहीं बढ़ पाई।
यह है मामला :
बीते 23 सितंबर को पटना पुलिस के डॉयल 100 और कोतवाली थानाध्यक्ष के विभागीय मोबाइल नंबर पर तीन अलग-अलग मोबाइल नंबरों से धमकी भरी कॉल्स आए थे। कॉल करने वालों ने बताया था कि पटना जंक्शन समेत कई इलाकों में बम धमाके किए जाने हैं। इसके बाद शहर की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।
पुलिस ने एक मोबाइल नंबर का पता लगाया था, जो कंकड़बाग के चाय दुकानदार विकास का निकला। अनुसंधान क्रम में जानकारी मिली कि विकास के 12 वर्षीय बेटे ने डॉयल 100 पर फोन कर मजाक किया था।