मौत के कुएं का रहस्य, एक-एक कर तीन लोगों की ले ली जान...जानिए
कैमूर जिले में बोरिंग लगे कुंए से जहरीली गैस का रिसाव हो रहा था। बोरिंग का मोटर स्टार्ट करने उतरे एक-एक तीन लोग इसके शिकार हो गए, चौथा व्यक्ति किसी तरह बाहर निकला तो बात पता चली।
कैमूर [जेएनएन]। इस कुआं में पानी नहीं है। इसके घुप अंधेरे में उतरने वाले तीन युवक अंदर ही रह गए। चौथा किसी तरह जान बचाकर बाहर निकला तो इसका रहस्य उजागर हुआ। घटना शुक्रवार को जिले के चांद थाना क्षेत्र के पिपरियां गांव में हुई।
जानकारी के अनुसार चांद थाना क्षेत्र के पिपरिया गांव निवासी राम सागर राम उर्फ करीमन राम (45) सिवाना में खेत बनाने गए थे। इस क्रम में वे हाल में बोरिंग हुए कुएं में लगी मोटर को स्टार्ट करने के लिए बांस की सीढ़ी से उतरे। जल विहीन कुएं से निकल रही जहरीली गैस की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। राम सागर के काफी देर तक कुएं से बाहर नहीं निकलने पर पड़ोसी पंचम राम (30) कुएं में उतरे और उनकी भी जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई।
पढ़ें : बिहार में नक्सली मुठभेड़ में सीआरपीएफ के 10 कमांडो शहीद
बगल के खेत में काम कर रहे गुड्डू राम (35) उक्त दोनों लोगों के कुएं से बाहर न आने व ऊपर से कुछ न दिखाई देने के कारण वह भी कुएं में उतर गए। कुछ देर में उनकी भी मौत हो गई। थोड़ी देर में खेतों में कार्य कर रहे लोग व ग्रामीण भी कुएं के पास पहुंच गए। इसकी सूचना पुलिस को दी गई।
सूचना पाकर थानाध्यक्ष चांद सरोज कुमार सहित अन्य पदाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। इस बीच गांव के ही चंद्र भूषण सिंह (22) आक्सीजन मास्क लगा कर रस्सी के सहारे कुएं में उतरे, लेकिन एक शव को रस्सी से बांधने के क्रम में उनकी भी तबीयत बिगडऩे लगी और ग्रामीणों ने उन्हें ऊपर खींच लिया।
पढ़ें : Naxal Attack : मोदी-राजनाथ ने जताई संवेदना, नेताओं ने कहा- कार्रवाई करे सरकार
इसके बाद कई सिलेंडर के से कुएं में आक्सीजन छोड़ी गई। फिर, गांव के ही प्रदीप सिंह आक्सीजन मास्क लगाकर रस्सी के सहारे कुएं में उतरे तथा शवों को रस्सी से बांध कर ऊपर निकाला। इस बीच मौके पर एसडीओ ललन प्रसाद, एएसपी जगन्नाथ रेड्डी, थानाध्यक्ष सरोज कुमार, सीओ चांद, भभुआ थानाध्यक्ष राकेश कुमार व एएसआइ अमोद कुमार सहित कई पुलिस कर्मी पहुंच गए। उधर, इस घटना से पिपरियां गांव में मातमी सन्नाटा छाया हुआ है।