पीएमसीएच के पीजी हॉस्टल में बिकती थी शराब, सजती थी महफिल
पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) के पीजी हॉस्टल में गुरुवार की शाम पुलिस ने छापेमारी कर शराब के खेल का भंडाफोड़ किया।
पटना। पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) के पीजी हॉस्टल में गुरुवार की शाम पुलिस ने छापेमारी कर शराब के खेल का भंडाफोड़ किया। हॉस्टल के मेस में खुलेआम शराब परोसी जाती थी जहां एमबीबीएस छात्र जाम से जाम टकराते थे। पुलिस ने हॉस्टल के सिक्योरिटी गार्ड रोहित कुमार (कोइरी टोला, त्रिपोलिया, सुल्तानगंज), मेस कर्मी चंदन कुमार (तालीपुर, बेहड़ी, दरभंगा), टुन्नी कुमार (जमालबिगहा, खुसरूपुर) तथा कुंदन कुमार को गिरफ्तार किया है। साथ ही भारी मात्रा में शराब की खाली और भरी बोतलें बरामद की हैं। सिटी एसपी चंदन कुशवाहा ने बताया कि शराब पीने और पिलाने के खेल में कई नाम सामने आए हैं। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।
गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई
शराब पर रोक लगाने के लिए बनी विशेष टीम को गुप्त सूचना मिली कि चाणक्य हॉस्टल के मेस में शराब बिक रही है। शराबबंदी लागू होने के बाद वहां का सिक्योरिटी गार्ड रोहित छात्रों को बड़े ब्रांड की विदेशी शराब मुहैया करा रहा है। नोडल पदाधिकारी सह एएसपी (मुख्यालय सह अभियान) राकेश कुमार दुबे के नेतृत्व में टीम ने सूचना का सत्यापन करने के बाद रोहित को दबोच लिया।
दो हॉस्टलों के बीच मिलीं बोतलें
टीम ने तलाशी शुरू की तो चाणक्या और धनवंतरी हॉस्टलों के बीच वाली गलीनुमा जगह में शराब की दर्जनों खाली बोतलें फेंकी मिलीं। सख्ती से पूछताछ करने पर रोहित ने हॉस्टल की छठी मंजिल पर स्थित मेस कर्मी कुंदन का कमरा दिखाया। कमरे में तीन कार्टन खाली बोतलें और शराब की एक छोटी भरी बोतल बरामद हुई। इसके बाद उसके बयान के आधार पर टुन्नी और चंदन को दबोचा गया।
छात्रों के लिए मंगवाते थे शराब
रोहित ने कबूल किया है कि पीजी हॉस्टल में रहने वाले छात्रों की डिमांड पर दूसरे राज्यों से शराब मंगाई जाती थी। उसने कई छात्रों के नाम बताए हैं, जो रोजाना अपने कमरे में पार्टियां करते थे। उन पार्टियों में बाहरी लोग भी शामिल होते थे। मनमाफिक ब्रांड की शराब पीने के लिए छात्र कीमत से चार गुणा अधिक कीमत देते थे। पुलिस पता लगा रही है कि रोहित शराब कैसे लाता था?
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सील होगा चाणक्य हॉस्टल, नपेगा थाना
शराबबंदी कानून के तहत बेउर और जक्कनपुर के बाद अब पीरबहोर थाने पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है। नियमानुसार संशोधित बिहार उत्पाद अधिनियम के अंतर्गत पीएमसीएच का चाणक्य हॉस्टल भी सील होगा। इसकी दो बानगी सप्ताहभर के भीतर ही देखने को मिली। जक्कनपुर थाने के पास साई हॉस्पिटल के ऑपरेशन थियेटर से शराब की खाली बोतलें मिली थीं। उसे देखकर माना जा रहा था कि लंबे समय से यहां शराब की महफिल सज रही थी। इस पर साई हॉस्पिटल को सील करने के साथ थानाध्यक्ष से लेकर थाने के सभी पुलिसकर्मियों को हटा दिया गया। ठीक इसी तरह पाटलिपुत्र थानान्तर्गत संजोग सोनी के मकान को सील करने की तैयारी चल रही है, जिसमें नीतू सिंह बैंक्यूट हॉल का संचालन कर रही थी। इस हॉल में पुलिस ने छापेमारी कर शराब पीते युवक-युवतियों को पकड़ा था। ऐसे में माना जा रहा है कि चाणक्या हॉस्टल को सील करने के साथ पीरबहोर थाने के पुलिसकर्मी और टीओपी प्रभारी पर भी कार्रवाई की जा सकती है।