पटना में गिरते-गिरते बचा इंडिगो का विमान, बाल-बाल बचे 161 यात्री
जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर रविवार को पटना से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट (6ई-582) एक भयानक हादसे का गवाह बनते-बनते बची। विमान से एक पक्षी टकरा गया, जिससे वह डगमगा गया। पायलट की सूझबूझ के कारण एक बड़ा हादसा टल गया।
पटना । जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर रविवार को पटना से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट (6ई-582) एक भयानक हादसे का गवाह बनते-बनते बची। विमान से एक पक्षी टकरा गया, जिससे वह डगमगा गया। पायलट की सूझबूझ के कारण एक बड़ा हादसा टल गया। विमान में सवार सभी 161 यात्री बाल-बाल बच गए ।
घटना के एक दिन बाद सोमवार को एयरपोर्ट के निदेशक आरएस लाहोरिया ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि एयरपोर्ट के आसपास बूचड़खाने हैं, जिनसे निकले मांस के अवशेष पक्षियों को आकर्षित करते हैं। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पटना के कमिश्नर से बैठक बुलाने का आग्रह किया गया है। बैठक में इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया जाएगा।
सोनिया के विमान से भी टकरा सकते थे पक्षी : यह घटना रविवार शाम की है। इसके बाद से ही एयरपोर्ट की व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। खास बात यह कि घटना से कुछ देर पहले ही पटना एयरपोर्ट से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विमान ने उड़ान भरी थी। हालांकि, इस दौरान एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था एसपीजी के अधीन रही, लेकिन उसका पक्षियों पर कोई वश नहीं था। वीवीआइपी मूवमेंट के तत्काल बाद किसी विमान से पक्षी के टकराने की घटना ने पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
विमान की कराई गई इमरजेंसी लैंडिंग : जानकारी के अनुसार एयरपोर्ट से यात्रियों को लेकर विमान ने जैसे ही उड़ान भरी, उससे एक पक्षी टकरा गया। पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए एयरपोर्ट पर विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई। इसके बाद सभी यात्रियों को क्षतिग्रस्त विमान से उतारा गया।
एयरपोर्ट पर हो गया हंगामा : घटना के दौरान एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। यात्री आक्रोशित होकर हंगामा करने लगे। तब इंडिगो प्रबंधन ने दिल्ली से दूसरे विमान को पटना भेजा, जो यात्रियों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुआ। क्षतिग्रस्त विमान को दिल्ली से इंजीनियरों का दल बुलाकर दुरुस्त कराया गया।
बूचड़खाना से समस्या : स्थानीय एयरपोर्ट पर विमान से पक्षी के टकराने की यह घटना पहली नहीं है। एयरपोर्ट के बगल में बूचड़खाना है। इससे आसपास बड़ी संख्या में पक्षी मंडराते रहते हैं। इन्हें भगाने के लिए हवाई फायरिंग की जाती है, लेकिन यह बेअसर रहती है। एयरपोर्ट के निकट से बूचड़खाने को हटाने के लिए लंबे समय से मांग की जा रही है, लेकिन प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया।