इस गांव में जश्न मनाकर उतारी गई 'टॉयलेट' की आरती, जानिए वजह
गोपालगंज का कर्णपुरा पंचायत शौचमुक्त घोषित किया गया है। इसकी जानकारी मिलने के बाद गांव के लोगों ने जश्न मनाया और नवनिर्मित शौचालय को टीका चंदन लगाकर उसकी आरती उतारी।
पटना [जेएनएन]। गोेपालगंज जिले के मांझा प्रखंड के कर्णपुरा पंचायत को खुले से शौच मुक्त पंचायत घोषित कर दिया गया है। इसके साथ ही इस खुशी का गांववासियों ने जश्न मनाया और गांव की महिलाओं ने अपने घरों में बनाए गए नवनिर्मित शौचालय की पूजा अर्चना की और इसे 'इज्जत घर' का नाम दिया है।
कर्णपुरा पंचायत के ओडीएफ घोषित होने के मौके पर डीएम राहुल कुमार और डीडीसी दयानंद मिश्रा समेत जिले के आला अधिकारी और सैकड़ों लोग साइकिल चलाते हुए कर्णपूरा पंचायत पहुंचे।
पंचायत को ओडीएफ घोषित करने के मौके पर इस गांव में एक अलग नजारा देखने को मिला। यहां जिन महिलाओं ने अपने घरों में शौचालय का निर्माण किया था, उन्होंने इसे ऐतिहासिक पल बताते हुए शौचालय को टीका चंदन लगाकर पूजा अर्चना की औ आरती भी उतारी। वहीं, डीएम की मौजूदगी में महिलाओं ने अपने शौचालय का फीता काटकर उद्घाटन किया।
कर्णपुरा पंचायत की मंजू देवी ने कहा कि वो अपने इज्जत की खातिर शौचालय का निर्माण करवायी है। ये घर के लिए काफी जरूरी था। जागरुकता की कमी के कारण वो अब तक शौचालय का निर्माण नहीं करा सकी थी।
मंजू देवी के पति ओमप्रकाश चौरसिया दुबई में रहकर काम करते हैं। गांव में पक्का मकान हैं लेकिन जागरुकता की कमी के कारण अब तक शौचालय का निर्माण नहीं करा सकी थीं।
गांव के राजेश प्रसाद ने बताया कि कर्णपुरा पंचायत की आबादी करीब 8 हजार 640 है और हाल में ही साढ़े छह सौ से ज्यादा शौचालय का निर्माण कराया गया है. पंचायत में पहले से सिर्फ 200 घरों में शौचालय बने हुए थे.
जानकारी के मुताबिक गोपालगंज जिले में एक ब्लॉक, 20 पंचायत और 125 गांव और 405 के करीब गांव ओडीएफ घोषित किए जा चुके हैं।
इस अवसर पर जिले के डीएम राहुल कुमार ने कहा कि आज इस पंचायत के लिए खुशी की बात है कि इस पंचायत को ओडीएफ घोषित किया गया है। यहां के जनप्रतिनिधियों ने दिन रात मेहनत कर इस पंचायत को खुले में शौच से मुक्त किया है।