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बेउर जेल में हुआ पटना बम ब्लास्ट के आरोपी कुंदन का ब्रेनवॉश

बहादुर हाउसिंग कॉलोनी के फ्लैट में बम ब्लास्ट का कनेक्शन खंगाला जा रहा है। जांच आतंकी, नक्सली या फिर आपराधिक कनेक्शन के बिन्दु पर चल रही है।

By pradeep Kumar TiwariEdited By: Published: Thu, 02 Apr 2015 10:53 AM (IST)Updated: Thu, 02 Apr 2015 11:09 AM (IST)
बेउर जेल में हुआ पटना बम ब्लास्ट के आरोपी कुंदन का ब्रेनवॉश

पटना (शैलेन्द्र शर्मा)। बहादुर हाउसिंग कॉलोनी के फ्लैट में बम ब्लास्ट का कनेक्शन खंगाला जा रहा है। जांच आतंकी, नक्सली या फिर आपराधिक कनेक्शन के बिन्दु पर चल रही है। कई एजेंसियां खुलासे में लगी हैं। फिलहाल कांड का मुख्य आरोपी कुंदन है। खुलासा किसी भी कनेक्शन का हो, पर मास्टरमाइंड कुंदन के ही निकलने के आसार हैं। आखिर कुंदन की आतंकी या नक्सली तक पैठ कैसे हुई, जवाब अब स्पष्ट हो गया है। बेउर जेल में कैद रहने के दौरान उसका ब्रेनवॉश हुआ था। इसी बिन्दु पर एटीएस की विशेष टीम काम कर रही है।

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जेल में हैं कई कुख्यात :

कुंदन के जेल से कनेक्शन का सिरा पकडऩे की कोशिश हो रही है। बेउर जेल में ही गांधी मैदान सीरियल बम ब्लास्ट और जहानाबाद जेल ब्रेक कांड के बड़े नक्सली बंद हैं। कुंदन ने भी यहां दो-तीन माह बिताए हैं। उसे अक्टूबर 2014 में सिपाही भर्ती फर्जीवाड़ा में गिरफ्तारी के बाद जेल भेजा गया था। बड़ी बात है - जेल में रहने के दौरान ही कुंदन का ब्रेनवॉश तो नहीं कर दिया गया? बेउर में पटना गांधी मैदान सीरियल ब्लास्ट के आरोपी नोमान अंसारी, तौफीक अंसारी और उमर सिद्दीकी समेत दस लोग कैद हैं। इसके अलावा बड़े नक्सली नेता अजय कानू, प्रमोद मिश्रा और रामप्रवेश समेत दो सौ नक्सली भी बंद हैं।

एटीएस की विशेष टीम लगी :

सूत्र बताते हैं कि घटना के बाद ही एटीएस की विशेष टीम इसी काम में लगा दी गई है। जेल से जुड़े तार खंगाले जा रहे हैं। गुपचुप तरीके से कई लोगों से पूछताछ हुई है। टीम ने जेल में पहुंचकर कई बिन्दुओं पर जांच भी की है। आतंक के आरोपियों के बाबत जेल प्रशासन यह दलील दे सकता है कि वे ऐसे सेल में कैद हैं, जहां कोई उनसे मिल नहीं सकता, पर नक्सली खुले में घूमते हैं। उनके साथ उठने-बैठने के दौरान कुंदन के संबंध मधुर हुए और हाउसिंग कॉलोनी में बारूद का जखीरा रखने की रणनीति तय होने से इन्कार नहीं किया जा सकता है। यही कारण है कि कुंदन की दिशा ही बदल गई। पैसे का लालच दे उसे राजधानी को दहलाने की साजिश का एक हिस्सा बनाया गया। हालांकि बम से छेड़छाड़ किए जाने के चलते विस्फोट हुआ और वह पुलिस की नजरों में आ गया।

जांच की जद में हैं ये सवाल

- जेल में उसका रहन-सहन कैसा था?

- किन लोगों के साथ उठना-बैठना था?

- ज्यादा समय किसके साथ बिताता था?

- उससे मिलने कौन-कौन आता था?

- बाहर निकलने के बाद जेल के अंदर कैद किन लोगों से उसकी बातें होती थीं?

- जेल में ही बम बनाने की ट्रेनिंग ली?

- उसके शातिर दिमाग का इस्तेमाल करने की साजिश तो नहीं रची गई?


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