JAP आंदोलनकारियों पर पुलिस ने बरसाए डंडे, पप्पू यादव भी गिरफ्तार
जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं पर सोमवार को पुलिस ने जमकर डंडे बरसाए। कार्यकर्ता गर्दनीबाग से विस का घेराव करने जा रहे थे। बाद में पुलिस ने पप्पू यादव को भी गिरफ्तार कर लिया।
पटना [जागरण टीम]। सोमवार को विधानसभा का घेराव करने जा रहे जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को हाईवोल्टेज ड्रामा के बाद रात करीब नौ बजे गिरफ्तार कर लिया गया। मंदिरी स्थित घर से सांसद को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उन्हें मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
गर्दनीबाग थानाध्यक्ष टीएन तिवारी के मुताबिक पप्पू यादव समेत 20 लोगों पर हत्या का प्रयास, तोडफ़ोड़, मारपीट, सरकारी कामकाज में बाधा उत्पन्न करने, नियमों का उल्लंघन करने आदि आरोपों के तहत नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस ने जमकर बरसाए डंडे
पुलिस ने सोमवार को विधानसभा का घेराव करने जा रहे जन अधिकार पार्टी (लो) के कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए जमकर डंडे का इस्तेमाल किया। पुलिस ने सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को भी नहीं बख्शा। कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन एवं आंसू गैस का भी प्रयोग किया। नाराज कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पत्थर बरसाए।
छह घंटे तक चला संघर्ष
गर्दनीबाग में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच करीब दो घंटे तक संघर्ष चलता रहा। लाठीचार्ज में एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ता घायल हो गए, जिन्हें गर्दनीबाग अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं पुलिस प्रशासन ने भी चार पुलिस कर्मियों के घायल होने की बात कही है। छह घंटे के हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद मंदिरी स्थित आवास से रात गिरफ्तार कर सांसद को सीजीएम के समक्ष पेश किया गया।
विधानसभा घेराव का था कार्यक्रम
जन अधिकार पार्टी की तरफ से बिजली की दरों में बढ़ोतरी के विरोध, बीएसएससी घोटाले की सीबीआइ जांच, सरकारी डॉक्टर के निजी अस्पताल चलाने पर प्रतिबंध लगाने समेत अन्य मांगों लेकर विधानसभा के घेराव का कार्यक्रम था। इसे लेकर बड़ी संख्या में जाप कार्यकर्ता गर्दनीबाग में जुटे। कार्यकर्ताओं की तादाद देखकर प्रशासन ने भी अपनी तरफ से पूरी तैयारी की थी।
पुलिस से उलझ पड़े कार्यकर्ता
सांसद पप्पू यादव के पहुंचते ही कार्यकर्ता अचानक ही आक्रोशित होकर विधानसभा की ओर कूच करने लगे। रोकने की कोशिश करने पर वे पुलिसकर्मियों से उलझ गए। कार्यकर्ताओं को काबू में करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया, जो बेअसर साबित हुआ। इस बीच पुलिस ने आंसू गैस का प्रयोग किया। जिसके बाद कार्यकर्ता भड़क गए और पुलिस पर पत्थर बरसाने लगे।
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पुलिस ने किया लाठीचार्ज
स्थिति गंभीर होती देखकर पुलिस को डंडे का सहारा लेना पड़ा और कार्यकर्ताओं की जमकर पिटाई की। लाठी चार्ज की चपेट में सांसद पप्पू यादव भी आ गए। सांसद को उनके बाडीगार्ड किसी तरह से दूर ले गए। पुलिस के आक्रमक होते ही कार्यकर्ता तितर बितर हो गए। लाठी चार्ज में एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ता घायल हो गए। उनको गर्दनीबाग अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गिरफ्तार कर लिए गए सांसद
कार्यकर्ताओं को खदेडऩे के बाद सांसद को गिरफ्तार करने के शाम चार बजे भारी संख्या में पुलिस बल मंदिरी स्थित उनके आवास पर पहुंचा। आवास के बाहर उनके समर्थकों ने पुलिस का विरोध किया। सांसद बगैर वारंट देखे गिरफ्तारी देने को तैयार नहीं थे। इस दौरान डॉक्टरों से सांसद की मेडिकल जांच भी कराई गई। उन्होंने संसद के सत्र में भाग लेने के लिए दिल्ली जाने की बात कही पर पुलिस ने उनकी एक न सुनी।
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