अब अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों को मिलेगी मच्छरदानी
अब मरीजों को अस्पताल में मच्छर परेशान नहीं करेंगे।
पटना। अब मरीजों को अस्पताल में मच्छर परेशान नहीं करेंगे। जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने जिले के सभी अस्पतालों के प्रत्येक बेड के लिए मच्छरदानी की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। इंडोर पेशेंट विशेषकर नवजात को मच्छर के प्रकोप से बचाने के लिए शीघ्र मच्छरदानी की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
टीका नहीं लगाने पर सेविका होंगी बर्खास्त
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि स्लम बस्ती में किसी भी बच्चे का टीकाकरण नहीं हुआ तो उस क्षेत्र की आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका को बर्खास्त किया जाएगा। टीकाकरण कार्य में कोताही के लिए गर्दनीबाग एवं राजवंशी नगर के स्लम बस्ती की सेविका को बर्खास्त करने की चेतावनी दी गई।
कॉरनिया का होगा ट्रांसप्लांटेशन
जिलाधिकारी ने कहा कि ऑपरेशन दृष्टि के बाद अगला कदम आई ट्रांसप्लांटेशन है। कॉरिनिया रिप्लेसमेंट के लिए राष्ट्रीय स्तर पर चिन्हित संस्थाओं से संपर्क किया जा रहा है एवं ऐसे दृष्टि बाधित व्यक्ति जिनके कॉरनिया ट्रांसप्लांटेशन से रोशनी वापस आने की संभावना बनती है तो जिला प्रशासन निश्चित रूप से इन व्यक्तियों के जीवन में नए रंग भरने का प्रयास करेगी। दृष्टि बाधित व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके आंखों में रोशनी लाने का प्रयास करें।
संशोधित मेनू का दीवार पर कराएं लेखन
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि स्वास्थ्य केंद्रों के दीवार पर संशोधित मेनू प्रिंट कराएं ताकि सभी लाभुक को इसकी जानकारी सुलभ हो सके। संशोधित मीनू के अनुरूप सभी इंडोर पेशेंट को खाना सुलभ कराया जाए।
पांच डॉक्टरों पर अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा
जिले के पांच चिकित्सा पदाधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा की। बाढ़ पीएचसी की डॉ. संगीता वर्मा, धनरूआ पीएचसी के डॉ. कमलाकांत सिंह, पालीगंज पीएचसी की डॉ. श्वेता प्रभाकर पटना सदर की डॉ. अंजना कुमारी एवं डॉ. सीमा कुमारी लंबी अवधि से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित थी। जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए चिकित्सा पदाधिकारियों के विरुद्ध प्रपत्र क के आरोप गठित कर विभागीय कार्रवाई के लिए स्वास्थ विभाग से अनुशंसा की।
---खराब प्रदर्शन करने वालों पर होगी कार्रवाई---
जिलाधिकारी को बताया गया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले तीन चिकित्सा पदाधिकारी, तीन एएनएम एवं तीन आशा कार्यकर्ता को पुरस्कृत किया जाएगा। सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले तीन चिकित्सा पदाधिकारी, तीन एएनएम एवं तीन आशा कार्यकर्ता के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। लापरवाह एवं कार्य के प्रति शिथिल एएनएम के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
जेनरेटर पर खर्च देख भड़के डीएम
अस्पतालों में आउट सोर्सिग एजेंसी द्वारा लंबी अवधि तक जेनरेटर उपयोग से संबंधित विपत्र प्रस्तुत किया जा रहा है। जबकि पटना जिला के सभी क्षेत्रों में 22 से 24 घंटे बिजली रहती है। छह माह में जेनरेटर संचालन एवं उसके उपयोग तथा इस मद में किए गए भुगतान के संबंध में विस्तृत प्रतिवेदन दें। अगर सरकारी राशि दुरुपयोग का मामला सही पाया गया तो संबंधित आउट सोर्सिग एजेंसी के साथ-साथ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी तथा राशि वसूली जाएगी।