बोले कृषिमंत्री राधामोहन, अब North East ही होगा हरित क्रांति के केंद्र में
केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने दूसरी हरित क्रांति की जरूरत पर जोर देते हुए कहा है कि इसका फोकस एरिया पूर्वोत्तर के राज्य होंगे।
पटना [वेब डेस्क ]। केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा है कि अगली हरित क्रांति का फोकस एरिया पूर्वोत्तर ही होगा। इस इलाके में कृषि विकास की पर्याप्त संभावनाएं हैं जिनका दोहन किया जाना जरूरी है। वे दूसरे हरित क्रांति संचालन समिति की पटना में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे।
कृषिमंत्री ने कहा कि कई कारणों से देश को दूसरी हरित क्रांति की जरूरत महसूस हो रही है। खेती के परंपरागत तरीकों में बदलाव और भविश्य की जरूरतों के लिहाज से उत्पादन क्षमता बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए दूसरी हरित क्रांति जरूरी बन गई है। पहली हरित क्रांति में पंजाब-हरियाणा-राजस्थान और उत्तरप्रदेश फोकस एरिया थे। लेकिन अगली हरितक्रांति पूर्वोत्तर में होगी।
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उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर का इलाका प्राकृतिक संसाधनों के मामले में बेहद संतुलित है। किंतु कृषि उत्पादन के क्षेत्र में इसका दोहन नहीं हो पा रहा है। इसलिए सरकार का इस इलाके पर ध्यान गया है। अपनी विशिष्ट भौगोलिक स्थिति के कारण यह इलाका कई मामलों में मैदानी इलाकों से ज्यादा उत्पादन क्षमता वाला हो सकता है बशर्ते प्लानिंग यहां की जरूरत के हिसाब से हो।
कृषि मंत्री ने बैठक में हिस्सा ले रहे कृषि विशेषज्ञों को देश की भावी जरूरत के हिसाब से प्लानिंग पर जोर देते हुए कहा कि यह इसलिए भी जरूरी है कि अनाज उत्पादन के मामले में हमारी आत्मनिर्भरता ही हमें कई परेशानियों से मुक्त करेगी।