मसौढ़ी, फुलवारीशरीफ व संपतचक में इस वर्ष आयोजन नहीं
- पूर्व के वर्षो में होते थे सांस्कृतिक कार्यक्रम, कवि सम्मेलन व मुशायरा - नीले बल्बों से सज
- पूर्व के वर्षो में होते थे सांस्कृतिक कार्यक्रम, कवि सम्मेलन व मुशायरा
- नीले बल्बों से सजाए जाते थे सरकारी भवन
मसौढ़ी/फुलवारीशरीफ, जागरण टीम : भले ही बिहार दिवस पर बुधवार को राजधानी पटना में सरकार के स्तर पर कई आयोजन हुए हों, राजधानी के मसौढ़ी, फुलवारीशरीफ व संपतचक में इस बार कोई आयोजन नहीं हुआ।
पूर्व में इस दिवस पर मसौढ़ी में सास्कृतिक कार्यक्रम, कवि सम्मेलन, मुशायरा आदि का आयोजन बढ़- चढ़कर किया जाता रहा है। प्रतिभा सम्मान समारोह का भी आयोजन हो चुका है। स्थानीय नाट्य संस्था जागृति कला मंच के रंगकर्मियों ने प्रशासन के इस रवैये पर नाराजगी जाहिर की है। रंगकर्मी अरविंद कुमार, बबलू मिश्रा, अवधेश कुमार व अन्य कलाकारों ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि इस बार प्रशासन सास्कृतिक कार्यक्रम या नाट्य समारोह का आयोजन करेगा। प्रस्तुति के लिए उन्हें आमंत्रित भी किया जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस संबंध में जब बीडीओ कृष्ण मुरारी से संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि वे पटना में राष्ट्रपति के आगमन की ड्यूटी में हैं।
राजधानी से सटे फुलवारीशरीफ व संपतचक प्रखंडों में भी किसी तरह का कोई कार्यक्रम नहीं हुआ। पिछले साल सरकारी भवनों के साथ ही कई अन्य भवनों को नीले बल्बों से आकर्षक ढंग से सजाया गया था। इस बार सभी सरकारी भवन सूने दिखे। यहा तक कि प्रखंड कार्यालय, अंचल कार्यालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पटना एम्स सहित सभी सरकारी व निजी संस्थानों के भवन पर किसी तरह की सजावट नहीं दिखी। प्रखंड विकास पदाधिकारी फुलवारीशरीफ शमशीर मलिक व संपतचक कुंज बिहारी प्रसाद को जब इस बात की याद दिलाई गई तो उन्होंने कहा कि प्रोग्राम तीन दिनों तक चलेगा। कल भवनों को सजा दिया जाएगा। वहीं सदर एसडीओ आलोक कुमार ने कहा कि उदासीन रवैया अपनाने वाले अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी।