ट्रेन से कटने के बाद उपद्रव नई घटना नहीं
दानापुर मंडल में आए दिन ट्रेनों से कटकर यात्रियों की मौत होती रहती है।
पटना। दानापुर मंडल में आए दिन ट्रेनों से कटकर यात्रियों की मौत होती रहती है। साथी की मौत के बाद हर बार हंगामा हुआ है। शुक्रवार का हादसा और हाहाकार पुराने मामलों की नई कड़ी है। यह स्पॉट जानलेवा है और उसी कारण हंगामे की जगह भी। अफसोस यह कि तमाम घटनाओं के बावजूद रेलवे ट्रैक से यात्रियों के आवागमन को रोकने की कोई कारगर व्यवस्था नहीं की गई।
मामला-1
पांच वर्ष पूर्व भी राजेंद्र नगर टर्मिनल से आनंद विहार जा रही जन साधारण एक्सप्रेस से दानापुर में पांच यात्री रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान कट गए थे। इसके बाद दानापुर स्टेशन पर पांच घंटे तक दैनिक यात्रियों ने जमकर बवाल काटा था। कई ट्रेनों में तोड़फोड़ की थी। रेलवे को करोड़ों की क्षति उठानी पड़ी थी। उस वक्त भी दानापुर में फुट ओवरब्रिज बनाने की मांग हुई थी।
मामला-2
तीन साल पूर्व राजेंद्र नगर टर्मिनल पर ट्रेन से कटकर एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई थी। उस वक्त भी यात्रियों ने जमकर बवाल काटा था। स्टेशन परिसर में भी जमकर तोड़फोड़ की गई थी।
मामला-3
दो साल पहले एनएमसीएच के सामने ही एक छात्र की मौत ट्रेन से कटने के कारण हो गई थी। उसके बाद भी छात्रों का गुस्सा यात्रियों पर उतरा था।
मामला-4
पिछले साल दिसंबर में राजेंद्र नगर टर्मिनल पर ही ट्रेन से कटकर तीन यात्रियों की मौत हो गई थी। उस वक्त भी यात्रियों ने राजेंद्र नगर टर्मिनल पर कहर ढाया था।
मामला-5
इसके अतिरिक्त सिपारा रेलवे क्रासिंग पर भी दो-दो घटनाएं हुई हैं। जिसके बाद यात्री आपे से बाहर हो गए और उत्पात मचाया।