नीतीश ने तेजस्वी को दिया जवाब- एक परिवार की सेवा के लिए नहीं मिला था जनादेश
आज नीतीश कुमार के विश्वास मत के दौरान तेजस्वी को विपक्ष का नेता चुना गया और उसके बाद तेजस्वी ने नीतीश पर कई गंभीर आरोप लगाए। इसका जवाब देते हुए नीतीश ने कहा कि मर्यादा में रहें।
पटना [जेएनएन]। बिहार विधानसभा में आज नीतीश कुमार ने अपना विश्वासमत हासिल कर लिया। विधानसभा में विश्वासमत के दौरान तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए, जिसका जवाब देते हुए कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सत्ता जनता की सेवा के लिए होती है किसी के भोग के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि कोई मुझसे सांप्रदायिकता की बात ना करे।
विश्वास मत के दौरान नीतीश ने कहा कि हम सबके एक-एक सवाल का जवाब देंगे। जहां नीतीश ने विधानसभा में अपने भाषण में परोक्ष रूप से लालू को भ्रष्ट नेता के तौर पर पेश करते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि सांप्रदायिकता की आड़ में भ्रष्टाचार की छूट किसी को नहीं दी जा सकती।
तेजस्वी ने नीतीश पर लगाए गंभीर आरोप
तेजस्वी यादव ने खुद के उपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का बचाव करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने मुझसे एक बार भी इस्तीफा नहीं मांगा, ना ही मुझे बर्खास्त किया। यदि उनमें हिम्मत होती तो वे मुझे बर्खास्त कर देते। उन्होंने कहा कि हम स्वाभिमानी लोग हैं, जबकि बीजेपी सत्ता की लोभी है।
आरजेडी ने ही जेडीयू का वजूद बचाया था. वरना लोकसभा के चुनावों मेें तो नीतीश कुमार मात्र दो सीटों पर ही सिमट गई थी। भ्रष्टाचार के मामले पर उन्होंने ये भी कहा कि क्या नीतीश कुमार यह नहीं पता था कि लालू यादव सजायाफ्ता हैं।
'हे राम' से 'जय श्री राम' पर पहुंचे नीतीश
तेजस्वी ने नीतीश पर तंज कसते हुए उनके बीजेपी के साथ जाने पर कहा कि अब नीतीश कुमार 'हे राम' से 'जय श्री राम' पर पहुंच गए हैं। नीतीश कुमार बीजेपी से डर गए और उसके सामने घुटने टेक दिए जबकि मैं 28 साल का हो कर भी नहीं डरा। सरकार पांच साल के चुनी गई थी फिर ये पांच साल तक क्यों नहीं चली?
नीतीश ने दिया तेजस्वी को जवाब- मर्यादा में रहें
नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव की तरफ इशारा करते हुए कहा कि सचेत रहें, हम मर्यादा में रहते है और विधानसभा की अपनी मर्यादा होती है और उसका पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं आईना दिखा दूंगा।नीतीश ने बिहार के भागलपुर में हुए दंगों का जिक्र करते हुए कहा कि इस मामले में कई लोगों को बचाने की कोशिश की गई।
नीतीश ने साफ किया- भ्रष्टाचार के लिए नहीं किया था गठबंधन
नीतीश कुमार ने कहा कि हमने आरजेडी से गठबंधन भ्रष्टाचार को ढोने के लिए नहीं किया था। उन्होंने कहा कि सत्ता भोग के लिए नहीं, सेवा के लिए होती है। नीतीश ने कहा कि बिहार भ्रष्टाचार और अन्याय करने वालों को बर्दाश नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि मैंने बिहार के हित में फैसला लिया है और अपने फैसले से अब संतुष्ट हैं।
हमें सांप्रदायिकता ना सिखाए कोई
नीतीश ने तेजस्वी यादव की तरफ इशारा करते हुए कहा कि किसी को भी हमें सांप्रदायिकता सिखाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिकता भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के लिए नहीं होती है। उन्होंने कहा कि जो लोग अहंकार में जीते हैं वे अपना पाप छिपाने के लिए सांप्रदायिकता का सहारा लेते है।
नीतीश ने कहा कि बिहार में गठबंधन के दौरान हमारे अस्तित्व को नकारने की कोशिश की गई। ये पहली बार है कि केंद्र और बिहार में एक ही गठबंधन की सरकार है।
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कांग्रेस को भी जवाब दिया नीतीश ने
नीतीश कुमार ने आज विधानसभा में बोलते हुए कांग्रेस को भी जवाब दिया जिसमें उन्होंने नीतीश को धोखेबाज बताया था। नीतीश ने कहा कि हमने 15 सीटों वाली कांग्रेस को हमने 40 सीटों तक पहुंचाया। नीतीश ने कहा कि हमने गठबंधन को बचाने के लिए इस मामले में कांग्रेस को भी बीच-बचाव के लिए कहा था।
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