नीतीश सरकार 'साहेब' पर लगा सकती है 'सीसीए'!
शहाबुद्दीन की रिहाई के बाद बिहार में चर्चाओं का बाजार गर्म है। बिहार सरकार अब शहाबुद्दीन के खिलाफ सीसीए लगाने की तैयारी भी कर सकती है।
पटना [वेब डेस्क]। राजद के पूर्व सांसद और सिवान के बाहुबली नेता जिन्हें लोग उपनाम लेकर 'साहेब' कहते हैं, उन्हें पटना हाईकोर्ट ने जमानत दी और उसके बाद उनकी रिहाई हो गयी। इसके बाद मोहम्मद शहाबुद्दीन के जेल से बाहर आने पर सूबे की सरकार अब सबके निशाने पर है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब फिर से एक बार बिहार सरकार शहाबुद्दीन को जेल भेज सकती है। अब फिर से नीतीश कुमार की सरकार शहाबुद्दीन को क्राइम कंट्रोल एक्ट के तहत जेल भेज सकती है। अब नीतीश कुमार की सरकार शहाबुद्दीन पर सीसीए लगाने की तैयारी कर रही है।
नीतीश सरकार ऐसा करने के लिए यह आधार अपना सकती है कि बिहार सरकार ने शहाबुद्दीन का नाम A टाइप के हिस्ट्रीशीटर में रखा है। A टाइप के हिस्ट्रीशीटर का मतलब ऐसे अपराधियों से है जो कभी सुधर नहीं सकता। शहाबुद्दीन की रिहाई के बाद उनके बयानोें को लेकर राजनीति चरम पर है। गठबंधन के नेताओं के बीच दरार की स्थिति उत्पन्न हो गयी है और इससे बिहार सरकार की काफी आलोचना भी हो रही है।
नीतीश के खिलाफ बयान देकर चर्चाओं का बाजार गर्म
जेल से बाहर आते ही मोहम्मद शहाबुद्दीन ने कहा कि वो लालू को अपना नेता मानते हैं और नीतीश से उनके संबंध अच्छे नहीं हैं। शहाबुद्दीन ने नीतीश को नेता मानने से इनकार करते हुए कहा था कि वो परिस्थितिवश सीएम हैं।
इसके अलावा शहाबुद्दीन की रिहाई पर बिहार में कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं और राजनीति हलचल तेज हो गयी है और तमाम तरह की बयानबाजी के बाद अब लग रहा है कि जल्द ही नीतीश सरकार शहाबुद्दीन के खिलाफ कोई ना कोई फैसला ले सकती है।