स्वाभिमान रैली में सोनिया संग दिखेंगे लालू व नीतीश
पटना के गांधी मैदान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ साझा राजनीति के एक नए युग की विधिवत शुरुआत रविवार को होगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मिलकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद एकसाथ आवाज बुलंद करेंगे।
पटना। गांधी मैदान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ साझा राजनीति के एक नए युग की विधिवत शुरुआत रविवार को होगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मिलकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद एकसाथ आवाज बुलंद करेंगे।
यह एकजुटता नीतीश कुमार के डीएनए पर प्रधानमंत्री की टिप्पणी के खिलाफ गांधी मैदान में आयोजित स्वाभिमान रैली में दिखेगी, जिसे ऐतिहासिक बनाने के लिए तीनों दलों के नेताओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है।
सोनिया गांधी और लालू प्रसाद तो पहले से ही साथ रहे हैं, परन्तु भाजपा से नाता तोडऩे के बाद पहली बार नीतीश कुमार इन दोनों नेताओं के साथ मंच साझा करेंगे। सोनिया गांधी के आगमन की पुष्टि अंतिम समय में शनिवार दोपहर की गई। वह पटना एयरपोर्ट से सीधे मंच पर पहुंचेंगी और रैली के बाद वापस दिल्ली लौट जाएंगी।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के मुताबिक, सुबह 11 बजे से आरंभ स्वाभिमान रैली दोपहर 3 बजे संपन्न हो जाएगी। तीनों दलों के महागठबंधन तय होने के पश्चात यह पहला साझा कार्यक्रम है, इस कारण रैली को सफल बनाने के लिए सभी नेताओं ने पूरा जोर लगाया है।
नीतीश कुमार ने कहा कि यह ऐतिहासिक रैली होगी, जबकि लालू प्रसाद ने दावा किया,'हम गांधी मैदान को पाट देंगे।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डीएनए संबंधी टिप्पणी के खिलाफ नाखून एवं बाल के सैंपल जमा करने का जदयू ने अभियान चला रखा है। जदयू के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. अजय आलोक के मुताबिक अबतक 17 लाख सैंपल जमा हो चुके हैं। 50 लाख सैंपल जमा किए जाएंगे जिन्हें 15 सितंबर तक प्रधानमंत्री को डीएनए जांच के लिए भेजा जाएगा। स्वाभिमान रैली में भी सैंपल जमा किए जाएंगे, जिसके लिए 80 काउंटर बनाए गए हैं।
वशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया कि दो मंच बनाए गए हैं। मुख्य मंच पर करीब 30 लोगों के बैठने की व्यवस्था रहेगी। इन मंच पर सोनिया गांधी, नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के अलावा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव एवं सभी दलों के राष्ट्रीय नेता मौजूद रहेंगे। तीनों दलों के विधानमंडल दल के नेता भी इसी मंच पर रहेंगे।
इस मंच के ठीक दाएं एक और मंच तैयार किया गया जिसपर करीब 300 लोगों के बैठने की जगह है। इसपर सभी मंत्री, सांसद, विधायक एवं विधान पार्षद रहेंगे। मुख्य मंच के सामने 'डी एरिया' के ठीक बाद करीब एक हजार विशिष्ठ व्यक्तियों को जगह मिलेगी जिनमें पूर्व सांसद, पूर्व विधायक एवं पूर्व विधान पार्षद भी शामिल हैं।
गांधी मैदान में कुल 22 ब्लाक बनाए गए हैं, जिनमें से दो महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं। सिंह के मुताबिक, शनिवार दोपहर से ही लोगों का आना आरंभ हो गया है। हर मंत्री, विधायक एवं विधान पार्षद के आवास पर इनके ठहरने एवं भोजन की व्यवस्था की गई है। पटना के करीब-करीब सभी सामुदायिक भवनों को बुक किया गया है।
रैली की सफलता के लिए शनिवार को भी संपर्क अभियान चलाया गया। पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र में वशिष्ठ नारायण सिंह ने अपने सांसद फंड और प्रदेश उपाध्यक्ष रामवचन राय ने अपने विधान पार्षद फंड से कई योजनाओं का भी शुभारंभ किया और लोगों को रैली में आने का न्योता दिया।
रैली की तैयारी के लिए अपनी टीम के साथ नुक्कड़ सभाएं कर रहे जदयू के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए तीनों दलों-जदयू, राजद एवं कांग्रेस, के नेताओं ने दिनरात काम किया है। शनिवार को भी प्रसाद ने सात नुक्कड़ सभाएं कीं जिसे मिलाकर पिछले एक सप्ताह में 48 नुक्कड़ सभाएं केवल उनकी टीम द्वारा की गईं हैं। जदयू के प्रदेश महासचिव डॉ. नवीन आर्या ने कहा कि स्वाभिमान रैली की लाइव वेब-कास्टिंग भी की जाएगी।