Move to Jagran APP

विद्युत विभाग के टेंडर में धांधली कराने आए नौ गिरफ्तार

शास्त्री नगर थाने की पुलिस ने रविवार को बेली रोड स्थित विश्वेसरैया भवन में विद्युत विभाग

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Jul 2017 03:07 AM (IST)Updated: Tue, 18 Jul 2017 03:07 AM (IST)
विद्युत विभाग के टेंडर में धांधली कराने आए नौ गिरफ्तार
विद्युत विभाग के टेंडर में धांधली कराने आए नौ गिरफ्तार

पटना । शास्त्री नगर थाने की पुलिस ने रविवार को बेली रोड स्थित विश्वेसरैया भवन में विद्युत विभाग की टेंडर प्रक्रिया में धांधली कराने आए नौ बदमाशों को धर दबोचा। हालांकि गिरोह का सरगना हरेंद्र कुमार यादव फरार होने में कामयाब रहा। मौके से तीन कार भी बरामद हुई। गिरफ्तार बदमाशों ने बताया कि उनका आका हरेंद्र बेउर जेल में बंद विधान पार्षद रीतलाल यादव का करीबी है। वह पूर्व में रेलवे का टेंडर मैनेज कराता था। बता दें कि इस मामले में कुछ माह पूर्व पीरबहोर थाने की पुलिस कुल्हड़िया कांप्लेक्स से उसके गुर्गो की गिरफ्तारी कर चुकी है। एसएसपी मनु महाराज के मुताबिक रीतलाल से संबंध होने की बात पर पड़ताल की जा रही है। हरेंद्र की तलाश में छापेमारी जारी है।

loksabha election banner

ठेकेदार ने किया था एसएमएस

सीनियर एसपी को एक ठेकेदार ने एसएमएस कर जानकारी दी थी कि 17 जुलाई को विद्युत अधीक्षण अभियंता और मुख्य अभियंता, विद्युत विभाग के विश्वेसरैया भवन स्थित कार्यालय में एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने का टेंडर होने वाला है। कुछ असामाजिक तत्वों ने ठेकेदारों को फोन कर टेंडर में शामिल होने से मना किया। बात नहीं मानने पर जान से मारने की धमकी दी गई है। इसके बाद शास्त्री नगर थानाध्यक्ष निहार भूषण के नेतृत्व में विशेष सेल के दारोगा सुशांत कुमार मंडल व अन्य की टीम गठित की गई। टीम ने सादे लिबास में भवन की घेराबंदी कर रखी थी। जैसे ही बदमाश कार्यालय के टेंडर रूम में घुसे, वैसे ही पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।

लेते थे 15 से 20 फीसद कमीशन

टेंडर दिलाने के नाम पर हरेंद्र ठेकेदारों से राशि का 15 से 20 फीसद कमीशन वसूलता था। वह कार्यालय के कर्मचारियों को रीतलाल यादव के नाम पर डराता। जिस ठेकेदार को टेंडर मिलता, वह उससे तुरंत कमीशन की राशि ले लेता था। रुपये नहीं देने पर उसके गुर्गे गाड़ी में बिठाकर अगवा कर लेते थे और जब तक रुपये नहीं मिल जाते, तब तक उसे नहीं छोड़ते थे। टेंडर में अधिक ठेकेदार शामिल न हो, इसलिए वह पहले ही फोन पर धमकी दिलवा देता था।

-----------------

गिरफ्त में आए आरोपित :

- संजीत कुमार (बस स्टैंड रोड, पोस्टल पार्क, जक्कनपुर)

- पीयुष कुमार (नया टोला, कुम्हरार, अगमकुआं)

- विकास मोहन (गोसाई टोला, पाटलिपुत्र)

- सूरज कुमार (एलसीटी घाट, पाटलिपुत्र)

- राहुल राय (रोड नंबर 23, राजीव नगर)

- अविनाश कुमार (पश्चिम दरवाजा, आलमगंज)

- हेरंब मिश्रा (राजापुर पुल, पाटलिपुत्र)

- अभिषेक कुमार (मैनपुरा, पाटलिपुत्र)

- निशांत कुमार (आदर्श कॉलोनी, अगमकुआं और दौलतपुर, चंडी, नालंदा)


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.