अब प्लेटफॉर्म और ट्रेनों से इकट्ठा किए गए कचरे से बिजली बनाएगी रेलवे
अब स्टेशन के प्लेटफार्म और ट्रेनों में फैले कुड़े-कचरे से रेलवे बिजली बनाएगा। रेल मंत्रालय ने इसके लिए निर्देश जारी कर दिए हैं।
पटना [चन्द्रशेखर]। रेलवे अब ट्रेनों और प्लेटफॉर्मो से निकलने वाले कूड़े-कचरे से बिजली बनाएगा। रेल मंत्रालय ने सभी जोनल मुख्यालय को अपने-अपने क्षेत्र के प्रमुख स्टेशनों पर कचरा निस्तारण संयंत्र लगाने का निर्देश दिया है।
इसी क्रम में राजधानी के पाटलिपुत्र स्टेशन पर एक आधुनिक कचरा निस्तारण मशीन लगाई जाएगी। इसकी पूरी योजना बना ली गई है। इस संयंत्र से प्रतिदिन किलोवाट बिजली का उत्पादन हो सकेगा। रेल अधिकारियों की मानें तो यह पहल भी स्वच्छ भारत अभियान का ही हिस्सा है।
कचरे से बिजली बनाए जाने से रेलवे को गंदगी से तो निजात मिलेगी ही, बिजली उत्पादन का लाभ भी मिलेगा। प्लांट के लिए पाटलिपुत्र कोचिंग कॉम्प्लेक्स के पास जगह चिह्न्ति की गई है। डिस्पोजल प्लांट के टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू होने वाली है।
पीपीपी मोड पर होगा संचालन
प्लांट से पाटलिपुत्र स्टेशन के प्लेटफॉर्म एवं परिसर से निकलने वाले कचरे के साथ यहां से गुजरने वाली ट्रेनों के कचरे का भी डिस्पोजल किया जाएगा। इस प्लांट को पीपीपी मोड पर लगाने की बात की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि पर्यावरण अनुकूल तरीकों से सॉलिड वेस्ट के निस्तारण और अवशिष्ट पदार्थ से उर्जा उत्पादन की व्यवस्था की जा रही है।
पूमरे में लगेंगे पांच प्लांट
पूर्व मध्य रेल क्षेत्र में पाटलिपुत्र स्टेशन के अतिरिक्त चार और प्लांट लगाए जाने की योजना है। इसके लिए स्टेशनों का चयन अभी बाकी है। अधिकारियों की मानें तो प्लांट में हर दिन टन कचरे का निस्तारण होगा जिससे करीब किलोवाट बिजली का उत्पादन हो सकेगा।
कहा-मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने
टन से अधिक कचरे का निष्पादन हर दिन कर सकेगा संयंत्रकिलोवाट तक होगा बिजली उत्पादन, रोशन होगा स्टेशन क्षेत्रपाटलिपुत्र स्टेशन के पास कचरा निस्तारण संयंत्र लगाया जाएगा। शीघ्र ही इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
अरविन्द कुमार रजक, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्व मध्य रेल