लापरवाही बोर्ड की, बढ़ी शिक्षकों की परेशानी
पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की लापरवाही शिक्षकों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। पर
पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की लापरवाही शिक्षकों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। परीक्षा समिति का शिक्षकों के वेतन मद की राशि रोकना अब गले की हड्डी बन गई है। जिसे बोर्ड को न तो उगलते बन रहा है, न ही निगलते। उधर बोर्ड की लापरवाही से शिक्षक भी परेशान हैं, बोर्ड को आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं।
बिहार प्रदेश माध्यमिक शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय संयोजक राज किशोर प्रसाद साधु का कहना है कि वर्ष 2007 से लेकर 11 तक शिक्षकों के वेतनमान की राशि बोर्ड के पास बाकी है। शिक्षा विभाग ने बोर्ड को राशि सौंप दी है, लेकिन बोर्ड ने अभी तक स्कूलों को नहीं भेजा है। जबकि दशहरा, दीपावली एवं छठ जैसे महापर्व सिर पर हैं। परीक्षा समिति ने चुनाव के नाम पर शिक्षकों का वेतन रोका है, जबकि समिति अपने कर्मचारियों को नियमित वेतन दे रही हैं। महासंघ के सदस्यों को वेतन का पैसा नहीं मिलने से शिक्षकों में काफी आक्रोश है। शिक्षक संघ परीक्षा समिति पर आरोप लगा रहा है कि वेतन की राशि देने के लिए चुनाव तक देर क्यों की गई। महासंघ ने बोर्ड, शिक्षा व चुनाव आयोग को पत्र भेजकर आग्रह किया है कि उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए वेतन की राशि भुगतान करने की अनुमति प्रदान की जाए।