बाहुबली अनंत सिंह की दबंगई, जेल से फोन कर डीएसपी को दी धमकी
बाहुबली विधायक अनंत सिंह ने एक बार फिर दबंगई दिखाई है। भागलपुर जेल में बंद विधायक ने बाढ़ के डीएसपी को फोन पर जान से मारने की धमकी दी है। फोन भागलपुर जेल से डीएसपी के मोबाइल पर किया गया था।
पटना। बाहुबली विधायक अनंत सिंह ने एक बार फिर दबंगई दिखाई है। भागलपुर जेल में बंद विधायक ने बाढ़ के डीएसपी को फोन पर जान से मारने की धमकी दी है। फोन भागलपुर जेल से डीएसपी के मोबाइल पर किया गया था।
अपहरण के एक मामले में अनंत सिंह को कुछ दिनों पहले गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद उन्हें बेउर जेल में रखा गया था, लेकिन चुनाव प्रभावित होने के कारण तीसरे चरण के चुनाव से पहले भागलपुर जेल में स्थानांतरित कर दिया गया।
बताया जाता है कि डीएसपी ने अनंत सिंह के कई गुर्गों पर नकेल कसनी शुरू की तो बाहुबली ने उन्हें आंख दिखाई है। पहले अपने गुर्गों के जरिए डीएसपी को सुधरने की धमकी दी, लेकिन उन्होंने जब अनसुना कर दिया तो खुद ही जेल से फोन कर जान से मारने की बात कही। डीएसपी ने आला अधिकारियों को घटना की जानकारी दी है।
इससे पहले ठेकेदार के ऑफिस में तोडफ़ोड़ और रंगदारी मांगने के आरोपी व अनंत सिंह के करीबी श्रवण उर्फ बंटू सिंह को शास्त्री नगर थाना पुलिस ने बुधवार को पटेल नगर के न्यू अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया था। जेल में बंद विधायक अनंत सिंह का करीबी श्रवण सिंह एसकेपुरी थाने में दर्ज मामले में वांछित चल रहा था। श्रवण बिहटा के राजू सिंह अपहरण मामले में भी नामजद है।
इस मामले में पूछताछ के लिए भी उसे रिमांड पर लिया जाएगा। एसकेपुरी में ठेकेदार राजू सिंह के बड़े भाई राघवेन्द्र सिंह ने दस करोड़ रुपये रंगदारी मांगने के आरोप में अनंत सिंह, बंटू सिंह सहित एक अन्य पर मामला दर्ज कराया था। वहीं बिहटा के राजू सिंह अपहरण मामले में जेल में बंद विधायक अनंत सिंह के साथ बंटू सिंह का भी नाम शामिल है।
अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद से ही श्रवण फरार चल रहा था। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। सुबह सूचना मिली कि बंटू सिंह पटेल नगर के बाबा चौक स्थित एक अपार्टमेंट में ठहरा है। एसकेपुरी पुलिस की टीम ने अपार्टमेंट में छापेमारी कर बंटू सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
यह था राजू सिंह अपहरण मामला
बताया जाता है कि पिछले साल नवंबर में बिहटा के ठेकेदार राजू सिंह को विधायक अनंत सिंह और उनके सहयोगियों ने उठा लिया था। अनंत सिंह ने आरोप लगाया था कि राजू उनका चार करोड़ रुपये लेकर भाग गया था।
बिहटा पुलिस ने राजू के अपहरण का मामला अनंत सिंह और उनके सहयोगियों के खिलाफ दर्ज किया था। इसके कुछ दिन बाद राजधानी के एसकेपुरी थाने में राजू के बड़े भाई राघवेन्द्र ने दस करोड़ की रंगदारी मांगने और ऑफिस में तोडफ़ोड़ की रिपोर्ट अनंत सिंह सहित दो अन्य के खिलाफ दर्ज कराई थी।
एफआइआर में श्रवण सिंह का भी नाम था। तब से पुलिस को श्रवण सिंह की तलाश थी। हालांकि बिहटा अपहरण कांड में पहले ही विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है।