अंधेरा में रहा शहर खर्च नहीं हो सकी राशि
पिछले बजट में प्रकाश मद में 30 करोड़ रुपये का प्रावधान था लेकिन निगम तीन करोड़ रुपये ही खर्च कर सका।
पटना। पिछले बजट में प्रकाश मद में 30 करोड़ रुपये का प्रावधान था लेकिन निगम तीन करोड़ रुपये ही खर्च कर सका। नए वित्तीय वर्ष में फिर से 30 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इस वित्तीय वर्ष में जागरूकता कार्यक्रम में लिए भी एक करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। वाहन मद में पिछले वित्तीय वर्ष में एक करोड़ का प्रावधान था मगर 23 लाख ही खर्च हुए, आगामी वर्ष के लिए एक करोड़ का लक्ष्य रखा गया है। लावारिस लाश के दफन के लिए बजट एक लाख से बढ़ा कर दो लाख किया गया है। इसी तरह पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण के लिए बजट पांच लाख रुपये से बढ़ा कर 10 लाख रुपये किया गया। सिवरेज व ड्रेनेज के लिए 22 करोड़ था, लेकिन खर्च दो करोड़ ही हो सका। नए वित्तीय वर्ष में 22 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
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टैक्स में बढ़ोत्तरी नहीं
निगम के बजट में इस बार किसी प्रकार के टैक्स में बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। इसके बावजूद निगम ने इस वर्ष 100 करोड़ रुपये अधिक कर वसूली का लक्ष्य रखा है। इससे निगम की आय बढ़ेगी।
निगम के बजट में 2017-18 के लिए प्रस्तावित बजट में कई मद ऐसे में निगम ने पिछले वित्तीय वर्ष से मिली राशि को खर्च नहीं कर सकी। इसके बावजूद इस वित्तीय वर्ष में उतनी ही राशि या उससे अधिक का बजट का प्रावधान किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत वित्तीय वर्ष 2016-17 के लिए पांच करोड़ का बजट था, इसे खर्च होने पर इस वर्ष 13 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इससे 120 सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया जा सकेगा। डोर-टू-डोर कूड़ा उठाव के लिए पिछले वित्तीय वर्ष में पांच करोड़ का प्रावधान था। लेकिन यह ढ़ाई करोड़ ही खर्च हुआ। इसके बावजूद इस वर्ष 15 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
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