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नमो पर नीतीश का पलटवार : जाति उनका एजेंडा, विकास तो मुखौटा

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भागलपुर की परिवर्तन रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर तीखा पलटवार किया है। मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण में विकास तो मात्र मुखौटा है, उनके असली एजेंडे में जाति ही है।

By Amit AlokEdited By: Published: Tue, 01 Sep 2015 04:19 PM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2015 08:35 AM (IST)
नमो पर नीतीश का पलटवार : जाति उनका एजेंडा, विकास तो मुखौटा

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भागलपुर की परिवर्तन रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर तीखा पलटवार किया है। मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण में विकास तो मात्र मुखौटा है, उनके असली एजेंडे में जाति ही है।

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उनके भाषण से ऐसा लगा कि वे विचलित हैं क्योंकि जनता के सामने उनके द्वारा घोषित विशेष पैकेज सवा लाख करोड़ रुपये का सच को हमने उजागर कर दिया है। इस संबंध में प्रधानमंत्री सफाई देने से भी बचते रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार के लिए अगले पांच साल में पौने चार सौ करोड़ रुपये खर्च करने की घोषणा पर पलटवार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देरी नहीं की।

उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा, यह पैसा क्या वह कृपा करके दे रहे हैं। संघीय व्यवस्था में यह हमारा अधिकार है, किसी का अहसान नहीं। सीएम ने पीएम की भागलपुर रैली पर चुटकी भी ली और कहा पता नहीं क्यों पीएम आज थोड़ा विचलित नजर आ रहे थे।

विचलित क्यों हैं, समझ में नहीं आ रहा है। या तो देश की गड़बड़ होती अर्थ व्यवस्था इसका कारण है या फिर महा गठबंधन के नेताओं को एक साथ मंच पर नजर आना। बोले, उनकी हताशा का ही नतीजा है कि आज की रैली में सिर्फ 'मैं-मैं' करते ही दिखे।

बोले गांधी मैदान में जो एकजुटता दिखी उसे धूमिल करना उनके वश का नहीं। तिलांजलि मसले पर भी सीएम ने पीएम पर हमला बोला और कहा हां मैं हूं लोहिया-जेपी का चेला। वे किसके चेले हैं जरा बताएं तो। मुख्यमंत्री सोमवार को भागलपुर में पीएम की रैली के बाद अपने सरकारी आवास में प्रेस से बात कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी द्वारा रैली के माध्यम से उठाए गए हर सवाल का जवाब दिया और कहा कि भाजपा का चुनावी एजेंडा जाति है, विकास तो उसका मुखौटा है। उन्होंने बिहार में आगामी पांच साल में राज्य मद से खर्च की जाने वाली दो लाख सत्तर हजार करोड़ की राशि पर पीएम मोदी द्वारा उठाए गए सवाल के जवाब में कहा कि वे तो हमारे योजना आकार को हमारा वार्षिक बजट बता रहे हैं।

जबकि पहले ही बता दिया गया है कि पांच साल में सात सूत्री योजनाओं में राशि कहां-कहां खर्च की जाएगी। यह पैसा राज्य सरकार अपने स्तर पर खर्च करेगी, इसमें केंद्र सरकार की कोई मदद नहीं ली जाएगी।

सीएम ने कहा रैली में चिल्ला रहे हैं कि केंद्र सरकार अगले पांच साल में बिहार को पौने चार लाख करोड़ देगी। यह कोई अहसान है क्या? 14वें वित्त आयोग की अनुशंसा पर राज्य सरकार को मिलने वाली यह राशि राज्य का हक है। किसी की दया नहीं।

संघीय व्यवस्था में यह प्रावधान है कि टैक्स कलेक्शन में में केंद्र और राज्य की हिस्सेदारी होगी। सीएम ने कहा मैं तो कब से कह रहा हूं कि 14वें वित्त आयोग में राज्य का आनुपातिक रूप से पांच वर्ष में पचास हजार करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है। उन्होंने कहा पीएम को चिंता करने की जरूरत नहीं जनता उनके भाषण का मतलब समझ रही है।

नीतीश कुमार ने कहा कह रहे थे बिहार में जब भूकंप आया तो नीतीश कुमार दिल्ली में थे। अरे मुझे क्या मालूम था कि भूकंप आने वाला है। अगर पता होता तो दिल्ली नहीं जाता। जैसे ही भूकंप की सूचना मिली, अगली फ्लाइट पकड़ कर पटना आ गया। इसके बाद बिहार के इलाके-इलाके में घूम-घूम कर मैंने क्या किया यह सबने देखा है। हमें डिजास्टर मैनेजमेंट के बारे में किसी से सर्टिफिकेट नहीं चाहिए।

बिहार के हेल्थ सेक्टर पर पीएम मोदी द्वारा उठाए गए सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कम्युनिटी हेल्थ सेक्टर का आंकड़ा पता नहीं कहां से लाए हैं। बोले, स्टेट में प्राइमरी हेल्थ सेंटर की योजना मेरे कार्यकाल में आई। सूबे में 533 पीएचसी थे जिनमें से 130 को सीएचसी में अपग्रेड किया गया। मुफ्त दवा देने वाला तो बिहार इकलौता राज्य बना।

कहा, उनके मंच पर बिहार के दो पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बैठे थे, जानकारी नहीं थी तो उन्हीं से पूछ लेते। उन्होंने कहा पीएम मेरे काम का हिसाब मांग रहे हैं। उन्हें शायद पता नहीं जब से मेरी सरकार बनी मैं अपने काम का रिपोर्ट कार्ड जारी करता हूं। अभी मेरे दस साल के कार्यकाल की रिपोर्ट जारी की गई है। उन्हें तो 15 महीने से अधिक हो गए।

कहते हैं पांच साल में रिपोर्ट कार्ड जारी करेंगे। साल भर में क्यों नहीं। क्या इसलिए कि उनके आने के बाद देश की अर्थ व्यवस्था पूरी तरह से गड़बड़ हो चुकी है। नीतीश कुमार ने आंकड़ा का हवाला देकर बताया कि पिछले वर्ष अप्रैल में कृषि ग्रोथ 2.6 से इस वर्ष अप्रैल में घटकर 1.9 हो गया। इंडस्ट्रीयल ग्रोथ 7.7 से घटकर 6.5, माइनिंग में 4.3 से 4.1 और मैन्यूफैक्चङ्क्षरग में ग्रोथ्र रेट 8.4 से घटकर 7.2 पर जा पहुंचा है।

सीएम ने कहा लगता है पीएम शायद इन्हीं कारणों से विचलित हो गए हैं। मेरे उपर आरोप लगाने के लिए भी उनके पास कुछ नहीं था। बिजली व्यवस्था पर भी सीएम ने आक्रमण किया और बोले, मंच से पूछ रहे हैं कि बिजली मिली। अरे बिजली नहीं मिली होती तो लोकसभा चुनाव में बिहार की जनता ठगी नहीं जाता। बिजली मिली तो टीवी देखकर बच्चा बोलने लगा मम्मी-मम्मी अबकी बार भाजपा सरकार। छले गए लोग, पर अब नहीं छले जाएंगे।

सीएम ने एलान किया उनकी सरकार बनने पर हर बसावट को बिजली मिलेगी। उसके कनेक्शन पर आने वाला खर्च भी राज्य सरकार वहन करेगी। सीएम ने साफ किया भाजपा का चुनावी एजेंडा जाति है। विकास उनका मुखौटा है। इसलिए पीएम संतों की जमात लेकर घूम रहे हैं।देश की चिंता नहीं जिसका उन्होंने भ_ा बिठा दिया है। संवाददाता सम्मेलन में मंत्री विजय कुमार चौधरी, विजेन्द्र प्रसाद यादव, श्याम रजक भी मौजूद थे।


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