जनता दरबार से तेजप्रताप, अशोक चौधरी रहे नदारद, बीजेपी ने गंभीरता पर उठाए सवाल
सोमवार को सीएम आवास में आयोजित जनता दरबार में स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप और शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी की गैरमौजूदगी ने कई सवाल खड़े कर दिए। वहीं, बीजेपी ने जनता दरबार के औचित्य पर ही सवाल खड़ा कर दिया।
पटना। सोमवार को एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दरबार लगाया। इस मर्तबा सीएम ने शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, श्रम संसाधन समेत कई विभागों से जुड़़े मामलों की शिकायतों का निबटारा किया लेकिन इस दौरान दो विभागों के मंत्रियों की गैरमौजूदगी ने विपक्ष को एक मुद्दा थमा दिया।
तेजप्रताप - अशोक चौधरी रहे नदारद
सीएम आवास में आज लगे जनता दरबार से स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप और शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी की गैरमौजूदगी ने कई सवाल खड़े किए। दरअसल, आज दोनों के विभागों से जुड़े मामलों की शिकायतों का निपटारा किया जा रहा था लेकिन दोनों ही मंत्री गायब मिले।
हालांकि पहली बार जनता दरबार में उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शिरकत करते दिखे और उन्होंने कई शिकायतों भी सुनीं।
जनता दरबार पर बीजेपी ने उठाए सवाल
इधर, सोमवार को हुए जनता दरबार पर बीजेपी ने सवाल खड़े किए हैं। बीजेपी का कहना है कि जिस तरह से फरियादियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, उससे तो ये साफ जाहिर होता है कि नीतीश सरकार में प्रशासन काम नहीं कर रहा है यानी प्रशासन निरंकुश हो गयी है।