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गया-धनबाद रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन शुरु, नक्सलियों ने रेल ट्रैक उड़ाया था

गया-धनबाद रेलखंड पर नक्सलियों ने रेल ट्रैक उड़ा दिया है, जिसकी वजह से ट्रेनों का परिचालन सात घंटे बाधित रहा। रेल ट्रैक को ठीक कर दिया गया है, अब परिचालन सामान्य हो गया है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Mon, 29 May 2017 07:50 AM (IST)Updated: Mon, 29 May 2017 11:21 PM (IST)
गया-धनबाद रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन शुरु, नक्सलियों ने रेल ट्रैक उड़ाया था
गया-धनबाद रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन शुरु, नक्सलियों ने रेल ट्रैक उड़ाया था

 पटना [जेएनएन]। गया-धनबाद रेलखंड पर हजारीबाग रोड स्टेशन के नजदीक रविवार की देर रात नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक उड़ा दिया था, जिसकी वजह से ट्रेनों का परिचालन प्रभावित था। आज  सुबह 9 बजे तक सभी डाउन ट्रेन का परिचालन शुरू कर दिया गया है।

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नक्सलियों ने विस्फोट कर गया स्टेशन पर  रेल पटरी उड़ा दी थी, जिससे सात घंटे तक परिचालन बाधित रहा था और इससे गया जंक्शन से आने वाली कई ट्रेनें घंटो लेट चल रही थीं। अन्य ट्रेनों का परिचालन भी इस रूट पर प्रभावित हुआ था। गंगा-दामोदर एक्सप्रेस, पटना-हटिया एक्सप्रेस भी घंटों लेट चल रही थीं। परिचालन सामान्य होने से रेल यात्रियों ने राहत की सांस ली है। 

जमुई में नक्सलियों ने मोबाइल टावर फूंका

वहीं, जमुई जिले के लक्ष्मीपुर के अानंदपुर गांव में नक्सलियों ने एक मोबाइल टावर को फूंक दिया है। बता दें कि नक्सलियों ने दो दिवसीय बंद का आह्वान किया है, कल के बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला था, वहीं आज देर रात से ही नक्सलियों का उपद्रव जारी है। 

दरअसल, मुंगेर की अदालत द्वारा पांच नक्सलियों को फांसी की सजा सुनाने के विरोधस्वरूप नक्सलियों ने इस बंद का आह्वान किया है। भागलपुर, बांका, जमुई, लखीसराय और मुंगेर में यह बंद आहूत किया गया है।  

मुंगेर में तो शनिवार को नक्सलियों ने जज को ही धमकी दे दी थी। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान सीआरपीएफ की टुकड़ी पर हमला कर दो जवानों को मौत के घाट उतारने वाले पांच नक्सलियों को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम ज्योति स्वरूप श्रीवास्तव ने फांसी की सजा सुना दी।

इससे बौखलाए नक्सलियों ने जन अदालत लगाकर जज को ही सजा देने का ऐलान कर दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 30 मई को मुंगेर आने वाले हैं। ऐसे में नक्सलियों को काबू में रखना पुलिस के लिए जरूरी है। इधर, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम ज्योति स्वरूप श्रीवास्तव की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

न्यायाधीश के आवास पर भी सशस्त्र पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। इनके आवास की चहारदीवारी को कंटीले तार से घेरा जा रहा है। इसके अलावा न्यायाधीश के आवास से बाहर रहने के दौरान पुलिस स्कॉर्ट देगी। इधर, बंद का मुंगेर में मिला-जुला असर दिखा। हवेली खडग़पुर, धरहरा, संग्रामपुर, टेटिया बम्बर आदि जगहों पर दुकानें खुली रहीं। यद्यपि वाहनों के आवागमन पर इसका आंशिक असर दिखा।

खडग़पुर-जमुई मार्ग पर कम वाहनों का परिचालन हुआ। पुलिस ने खडग़पुर और धरहरा के जंगली क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन भी चलाया। एसपी आशीष भारती ने बताया कि पुलिस लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही है। जमुई के चकाई, झाझा, सोनो व खैरा के ग्रामीण इलाके में बंद का असर दिखा। लंबी दूरी की गाडिय़ां नहीं चलीं।

लखीसराय जिले के नक्सल प्रभावित कजरा, पीरीबाजार एवं चानन क्षेत्र में नक्सली बंदी को लेकर कोई असर नहीं दिखा। इस दौरान एएसपी अभियान के नेतृत्व में सीआरपीएफ व एसटीएफ ने इलाके में गश्त लगाई। किऊल-झाझा रेलखंड के विभिन्न स्टेशनों पर भी बंद को लेकर सतर्कता बरती गई।

बांका में नक्सली बंद का कोई असर नहीं दिखा। कटोरिया-चांदन में इसका आंशिक असर देखा गया। पुलिस कप्तान राजीव रंजन ने बताया कि नक्सली बंद को लेकर पुलिस सघन गश्ती कर रही है। 


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