लेजर शो में दिखा आधुनिक बिहार तक का सफर
राजधानी की पहचान के रूप में तब्दील हो चुके बुद्ध स्मृति पार्क में सोमवार को एक नया अध्याय जुड़ गया।
पटना। राजधानी की पहचान के रूप में तब्दील हो चुके बुद्ध स्मृति पार्क में सोमवार को एक नया अध्याय जुड़ गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्राचीन बिहार से लेकर आधुनिक बिहार तक का सफर समेटे शानदार लेजर शो का शुभारंभ किया। रंगबिरंगी रोशनी और ध्वनि के संयोजन को आधे घंटे तक लोगों ने मंत्रमुग्ध होकर देखा। शो की एक अन्य खासियत भगवान बुद्ध के उपदेशों का प्रस्तुतीकरण भी रहा।
लेजर शो की शुरूआत प्राचीन बिहार की विशिष्ट संस्कृति से हुई। दिखाया गया कि सदियों से यह धरती शौर्य, ज्ञान और दया से भरपूर रही है। एक ओर सम्राट अशोक जैसे चक्रवर्ती राजा हुए जिन्होंने अपने राज्य का विस्तार कांधार तक किया और बाद में बौद्ध के अनुयायी होकर विश्व में शांति का संदेश फैलाया तथा सारी संपदा त्याग कर भिक्षु हो गए। शो में आरा के सपूत वीर कुंअर सिंह की शौर्यगाथा भी दिखाई गयी। यह देखना खासा प्रेरणास्पद रहा कि अस्सी साल की उम्र में कैसे उन्होने अंग्रेजों से लोहा लिया। शो में जहां एक तरफ जहां सम्राट अशोक और वीर कुंअर सिंह की गाथा थी तो वहीं दूसरी ओर आर्यभट्ट का भी जीवन दिखा। पूरे विश्व को शून्य व कई खगोलीय रहस्यों से परिचित कराने वाले आर्यभट्ट बिहार की ही धरती के सपूत थे। रंगीन रोशनियों में आधुनिक बिहार भी झलका। साइकिल पर सवार होकर स्कूल जाती छात्राओं को देखकर दर्शकों ने खूब तालियां बजायीं। शो के अंतिम दस मिनट में बुद्ध के उपदेशों को दर्शाया गया।
आयोजकों ने मुख्यमंत्री को बुके व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डीएस गंगवार, सचिव चंचल कुमार समेत बड़ी संख्या में अधिकारी मौजूद थे।