नीतीश पर लालू का सबसे बड़ा हमला, पूछा- हत्या के आरोपित हैं फिर क्यों बने सीएम?
सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफा के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने बउ़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार हत्या के आरोपित हैं। अगर जीरो टॉलरेंस है तो वे सीएम कैसे थे।
पटना [जेएनएन]। बिहार में महागठबंधन की सरकार के 'द एंड' के बाद बुधवार की शाम राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने बड़ा बयान दिया। लालू ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि नीतीश कुमार ने कभी संघमुक्त भारत का नारा दिया था। अब पता नहीं क्या हो गया है। उन्होंने नीतीश कुमार के 'जीरो टॉलरेंस' की नीति पर सवाल करते हुए कहा कि नीतीश खुद हत्या के आरोपित हैं। अगर 'जीरो टॉलरेंस' है तो वे मुख्यमंत्री कैसे थे।
लालू ने इसके बाद ट्वीट कर भी अपनी बात रखी। उन्होंने भाजपा तथा जदयू को निशाने पर लेते हुए कहा कि महागठबंधन की भ्रूण हत्या की साजिश की गई है।
बिहार के ग़रीब,वंचित और आरक्षण समर्थित वर्गों ने महागठबंधन को BJP के ख़िलाफ़ ऐतिहासिक बहुमत दिया था।महागठबंधन की भ्रूणहत्या की जा रही है।— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) July 26, 2017
लालू प्रसाद इतने गुस्से में थे कि उन्होंने नीतीश कुमार के खिलाफ वर्ष 1991 में दर्ज एक हत्या के मुकदमे तक का जिक्र कर दिया और कहा कि भ्रष्टाचार से बड़ा अपराध अत्याचार करना है। तेजस्वी के खिलाफ तो केवल भ्रष्टाचार का आरोप है लेकिन नीतीश कुमार पर तो हत्या का आरोप है। जिसे उन्होंने अपने प्रभाव से स्टे करा रखा है।
लालू यहीं नहीं रुके। उन्होंने नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद बिहार में महागठबंधन की नई सरकार बनाने का फार्मूला तक दे दिया। जिसमें न नीतीश कुमार होंगे और न ही तेजस्वी प्रसाद यादव। बुधवार की शाम नीतीश कुमार द्वारा राज्यपाल को इस्तीफा देने के बाद लालू प्रसाद ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तेजस्वी यादव के खिलाफ तो केवल भ्रष्टाचार का केस दर्ज हुआ है।
नीतीश कुमार के खिलाफ तो वर्ष 1991 में हत्या का केस दर्ज है। वह 302 के अभियुक्त हैं। लेकिन हमने कभी इसकी चर्चा नहीं की। यहां तक कि उन्होंने अपने प्रभाव से अदालती कार्रवाई को भी प्रभावित कर रखा है। लालू प्रसाद ने भ्रष्टाचार के खिलाफ नीतीश कुमार की 'जीरो टॉलरेंस' की नीति पर भी हमला किया और कहा कि राजद के साथ वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में जब उन्होंने गठबंधन किया था तब क्या उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि हमारे खिलाफ चारा घोटाले का केस दर्ज है और एक मामले में निचली अदालत ने मेरे खिलाफ सजा का एलान भी कर दिया है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की जीरो टॉलरेंस की नीति महज एक दिखावा है। संवाददाता सम्मेलन में लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार के खिलाफ दर्ज हत्या मामले के कागजात भी दिखाए। एक सवाल के जवाब में लालू ने कहा कि यहां पुत्रमोह की बात नहीं है, बल्कि यह लड़ाई सिद्धांतों की है।