सोशल मीडिया: बिहार दिवस की धूम और लालू एंड फैमिली पर मचा बवाल
बीते सप्ताह सोशल मीडिया में बिहार दिवस की धूम मची रही। बिहार के राजनीतिक गलियारे में चाचा सुशील मोदी व भतीजे मंत्री तेजप्रताप यादव की जुबानी जंग भी छाई रही।
पटना [काजल]। 105 साल का हो गया बिहार। ढेर सारी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक धरोहरों को समेटे हुए इसने 22 मार्च को बिहार दिवस के रूप में अपना जन्मदिन मनाया। यह हर बिहारवासी के लिए गौरव का दिन था। मुख्य समारोह पटना के गांधी मैदान में आयोजित किया गया था।
बीते सप्ताह सोशल मीडिया पर बिहार दिवस की धूम मची रही। मुख्य समारोह में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद व उनके परिवार का नहीं जाना राजीतिक गलियारे में चर्चा का केंद्र रहा। इस बीच विधान मंडल के बजट सत्र में चाचा (सुशील मोदी) व भतीजा (स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव) की जुबानी जंग भी खूब चली।
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सोशल मीडिया में भी जगमगया बिहार दिवस
बिहार दिवस के अवसर पर तीन दिनों तक कई बड़े-बड़े सांस्कृतिक आयोजन हुए जिसका लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया। बिल्डिंगों को नीली रोशनी से सजाया गया था, जिसकी नीली छटा से सोशल मीडिया भी जगमगाता रहा। बिहार दिवस का इस बार का थीम नशामुक्त बिहार रखा गया था जिसके लिए एक बार फिर सबने एक सुर मे नशे को ना कहा। महिलाएं नशामुक्त बिहार की आवाज बुलंद करती हुईं सड़कों पर उतरीं और प्रभात फेरी निकालकर बिहार से शराब को दूर भगाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया।
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चर्चा में रही लालू एंड फेमिली की अनुपस्थिति
जहां एक ओर लोग बिहार दिवस के कार्यक्रमों में लीन थे, वहीं उद्घाटन समारोह में लालू एंड फैमिली गायब दिखी। इसे लेकर तरह-तरह के कयास लगाए गए। चर्चा गर्म रही कि आखिर लालू परिवार दुखी क्यों? इसका जवाब देते हुए राजद नेताओं ने कहा कि निमंत्रण पत्र पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के नाम ही नहीं थे, इसीलिए वे नहीं आए। जदयू नेता श्याम रजक ने कहा कि आयोजकों को जवाब देना चाहिये कि ऐसी गलती क्यों हुई?
विशेष राज्य का दर्जा दीजिए मोदीजी
बिहार दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने बिहारवासियों को बधाई दी तो उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा कि देना ही है तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दीजिए, अब तो तीन साल बीत गए।
चर्चा में रही चचा-भतीजा की लड़ाई
इधर, विधानसभा के चाचा-भतीजे की लड़ाई चलती रही। भाजपा नेता सुशील मोदी और स्वास्थ्यमंत्री तेजप्रताप के बीच हुई नोंक-झोंक की चर्चा सोशल मीडिया में गर्म रही। लोगों ने कहा कि लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव उनके ही नक्शे- कदम पर चल रहे हैं।
दरअसल, एक सवाल के जवाब में स्वास्थ मंत्री और लालू यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव ने कहा कि चाचा सुशील मोदी आठ साल में कुछ कर नहीं सके तो हमें तो करना ही पड़ेगा। इसपर सुशील मोदी ने कहा कि भतीजे के जवाब से पता नहीं चल रहा है कि इन्हें मार दिया जाये कि छोड़ दिया जाये।
सुशील मोदी ने कहा कि तेजप्रताप अपने पिता लालू यादव के नक्शे-कदम पर चल रहे हैं। इसपर पलटवार में तेजप्रताप ने कहा कि चाचाजी आप अब काशी चले जाइये और वहां जाकर गीता पढि़ए...।
और अंत में...
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत व योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद सोशल मीडिया पर यह चर्चा भी खूब रही। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने भाजपा को 'भारत जलाओ पार्टी' कहते रहे हैं। कुछ इसी तर्ज पर लोगों ने 'सपा' व 'बसपा' के भी मतलब निकाले। लोगों ने सपा को 'समाप्त पार्टी' तो 'बसपा' मतलब 'बिल्कुल समाप्त पार्टी' करार दिया।