छुड़ाए गए पटना से अगवा व्यापारी पुत्र, 4 करोड़ मांगी गई थी फिरौती
पटना एयरपोर्ट से दिल्ली के एक बिजनेसमैन के दो पुत्रों का अपहरण कर लिया गया था और चार करोड़ फिरौती की मांग की गई थी। पुलिस ने दोनों को लखीसराय से बरामद कर लिया है।
पटना [जेएनएन]। पटना एयरपोर्ट से अपहृत दिल्ली के मार्बल व्यवसायी के दो पुत्र जो बिजनेस के सिलसिले में पटना आए थे और उनका अपहरण हो गया था। दोनों अपहृतों को रात के दो बजे लखीसराय के करजा थानाक्षेत्र के श्रृंगीऋषि पहाड़ी के इलाके से बरामद कर लिया गया है। दोनों भाइयों का अपहरण रंजीत डॉन ने किया था और चार करोड़ की फिरौती मांगी थी।
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि इस अपहरण मामले में पुलिस ने पांच अपराधियों को भी गिरफ्तार किया है। सरगना रंजीत डॉन अभी गिरफ्तार नहीं हुआ है। एक अपराधी हथियार के साथ धराया है। अपराधियों के चंगुल से मुक्त हुए व्यसायी पुत्रों ने बताया कि पांच दिनों से उन्हें बेहोशी का इंजेक्शन दिया जा रहा था, पांच दिनों तक जंगल में हाथ पैर बांध कर रखा। सूखा भोजन कराता था। शौच के लिए भी नहीं छोड़ता था।
इस दौरान फिरौती के लिए उनकी पिटाई भी की जाती थी। एक अपराधी मनोज यादव, जो लखीसराय के बन्नू बगीचा का रहने वाला है वह पहले ही मौके से फरार हो गया था। इन दोनों भाइयों को अपहरण के बाद उसने ही अपने घर बन्नुबगीचा में दो दिनों तक रखा था। मनोज ने इसके बाद श्रृंगी ऋषि के पास कोल में छिपाकर इन दोनों को रखा था।
पुलिस की भनक लगते ही अपहर्ता अपहृत व्यवसायी को नींद की सुई देकर भागना चाह रहा था लेकिन सफल नहीं हो सका। एसएसपी ने बताया कि रंजीत डॉन सरगना है। उसी ने इनका टिकट बनवाकर बुलाया था। अभी आठ लोगों की गिरफ्तारी की जानी है। इसमें कई महिलाएं हैं।
बताया कि लखीसराय के जंगल में छापामारी के दौरान अपहर्ताओं ने भागने के ख्याल से एक दर्जन राउंड फायरिंग की। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इसके बाद रात के करीब दो बजे व्यसायी पुत्रों को मुक्त करा लिया गया।
बोले एडीजीपी,
इन दोनों का अपहरण फिरौती के लिए किया गया था। पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनके कब्जे से हथियार, नशीली दवाएं, खाने-पीने की चीजें सहित कई सामान मिले हैं। पुलिस ने जब्ती सूची बनाई है। शीघ्र ही आरोप पत्र दाखिल कर स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा।
जिनकी गिरफ्तारी हुई :
पिंटू मंडल, सिंटू मंडल, बालूपर लखीसराय।
विक्रम, सिकंदरा, जमुई।
रंजीत : अथमलगोला, पटना।
रंजीत मंडल गिरोह ने किया अपहरण
पटना एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि इन दो भाईयों का अपहरण लखीसराय के कुख्यात अपराधी रंजीत मंडल गिरोह ने ही किया था। रंजीत रामगढ़ चौक थाना क्षेत्र के बोधनागर का रहने वाला है। वह फिलहाल पीरी बाजार थाना क्षेत्र में अपने ससुराल में रह रहा है।
बकौल एसएसपी एमपी के एक व्यवसायी का भी पहले अपहरण हुआ था।
हरियाणा के एक व्यवसायी का अपहरण किया था
इससे पहले भी रंजीत ने हरियाणा के एक व्यवसायी का अपहरण फिरौती के लिए किया था और पीरी बाजार थाना क्षेत्र से ही उसकी बरामदगी पुलिस ने की थी। पूछताछ के लिए पुलिस की टीम दोनों भाइयों को पटना लेकर आ रही है। अभी दोनों भाईयों को कजरा थाना क्षेत्र के श्रृंगी ऋषि धाम के पास जंगलों में रखा गया था। बताया जा रहा है कि फिरौती के लिए उन दोनों को यहां छुपाया गया था।
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जंगली और पहाड़ी इलाका है श्रृंगीऋषि
श्रृंगीऋषि इलाका लखीसराय जिले के कजरा थाना क्षेत्र अंतर्गत पहाड़ों और जंगलों के बीच है। यह इलाका नक्सल क्षेत्र है। इसी इलाके में 2010 में पुलिस से नक्सली मुठभेड़ हुई थी जिसमें 6 पुलिस अधिकारी और कर्मी शहीद हो गए थे। ऐसे उम्मीद लगाई जा रही है कि अपहर्ता और नक्सली में सांठ-गांठ भी हो।
मुंगेर में मिला था मोबाइल टावर लोकेशन
दिल्ली के मार्बल व्यवसायी बाबूलाल शर्मा के दोनों अपहृत बेटों कपिल और सुरेश शर्मा के मोबाइल का टावर लोकेशन हवेली खगड़पुर (मुंगेर) में मिला था। इसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश सरगर्मी से शुरू कर दी थी। विदित हो कि कपिल व सुरेश का अपहरण उन्हें पटना बुलाकर कर लिया गया था, उन्हें छोड़ने के बदले चार करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई थी।
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कैसे हुआ था अपहरण?
दिल्ली के दोनों मार्बल व्यवसाइयों सुरेश शर्मा और कपिल शर्मा को आईआईटी खड़गपुर में 12 करोड़ के मार्बल सप्लाई के नाम पर पटना बुलाया गया था। दोनों भाई 20 अक्टूबर की रात पटना एयरपोर्ट आये थे।फ्लाइट का टिकट भी गिरोह के लोगो ने ही दिया था।
पटना एयरपोर्ट पर उतरने के बाद दोनों दोनों को बिना नंबर की इंडिगो से बख्तियारपुर मोकामा ,ले जाया गया रस्ते में दो लोग और सवार हुए । सभी मुंगेर के हवेली खड़गपुर पहुंचे वहां के बाद दोनों भाइयो का मोबाईल ले लिया और स्विच ऑफ कर दिया गया।
सबसे पहले कॉल रात के डेढ़ बजे दोनों के पिता बाबूलाल शर्मा को किया गया जिनसे चार करोड़ की फिरौती मांगी गई।फोन कपिल शर्मा के मोबाइल से की गई।इसके बाद उसे कजरा के जंगल में ले कर चले गए जहाँ इनकी निगरानी गिरोह के लोग करने लगे।
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एक टीम कजरा जंगल में अगवा भाइयो की निगरानी कर रहा था जबकि दूसरा टीम अलग अलग जगहों से अलग अलग नम्बरो से फिरौती की मांग कर रहा था।गिरोह में दो महिलाएं भी थी जो खाना बनाती थी। इन दोनों भाइयो को कजरा पहाड़ पर स्थित एक आश्रम के कमरे में रखा गया था। जिन नम्बरो का इस्तेमाल किया गया उनमे दो नंबर पश्चिम बंगाल,एक नंबर दिल्ली ,एक यूपी का था।