युवाओं को अधिक भा रहे खादी के कुर्ते
खादी ने अपनी पहुंच बुजुर्गो के बाद युवाओं तक बना ली है।
पटना। खादी ने अपनी पहुंच बुजुर्गो के बाद युवाओं तक बना ली है। खादी दुकानों पर आज कल कम उम्र के लोगों की भीड़ अधिक दिख रही है। पहले से ज्यादा डिजाइन व आकर्षक कपड़ों के कारण यह युवाओं का पसंदीदा वस्त्र बनता जा रहा है।
किस्म किस्म के कपड़ों से सजी दुकानें
खादी के कुर्ते, कमीज, सूट, साड़ी आदि खरीदने के लिए युवाओं की खासी भीड़ दुकानों पर दिख रही है। अन्य कपड़ों से सस्ते होने के कारण घरों की अलमीरा में खद्दर के भी बहुत सारे विकल्प दिखाई दे रहे हैं।
कोट और जूते की अधिक मांग
खादी केवल कुर्ते में ही नहीं बल्कि सूती, मसलिन, सिल्क की रंग बिरंगी-डिजाइन में भी उपलब्ध हैं। खासकर इसके जूते और कोट युवाओं को अधिक आकर्षित कर रहे हैं। 500 रुपये से शुरू होने वाले कोट तरह-तरह के रंगों में उपलब्ध हैं। वहीं जूतों पर आकर्षक सिलाई को भी लोग पसंद कर रहे हैं।
बयान
खादी कॉटन हो या सिल्क आरामदायक होने के कारण मैं इसी को खरीदती हूं। 200 से 400 के बीच में बढि़या कुत्र्ता आसानी से मिल जाता है। वहीं सिल्क के सामान दुकान पर काफी देखे जा सकते हैं।
किरण, कंकड़बाग
खादी के कपड़ों में अपनत्व का एहसास होता है। मैं तो पापा को देखकर खादी पहनने लगा। पहली बार पहनने के बाद हमेशा से खादी ही खरीदता हूं। खादी के कपड़े एलर्जी से दूर रखते हैं। साथ ही सस्ते भी होते हैं।
रवि, राजीवनगर
गर्मी के मौसम में युवा पतले सूती कुत्र्ते अधिक पसंद करते हैं। विशेष तौर पर लड़के लंबे या शॉर्ट रंगीन कुर्ते खरीदते हैं। खादी की कमीज कोट और जूतों की अधिक मांग है।
रमेश, दुकानदार
प्रस्तुति- निधि