कंकड़बाग में चैंबर खुलवा कर नगर आयुक्त ने देखी उड़ाही
- दो घंटे तक अंचल के विभिन्न मोहल्लों में घूमे, अधिकारियों को दिया निर्देश जागरण सं
- दो घंटे तक अंचल के विभिन्न मोहल्लों में घूमे, अधिकारियों को दिया निर्देश
जागरण संवाददाता, पटना : नगर आयुक्त अभिषेक सिंह ने मंगलवार की सुबह कंकड़बाग अंचल के विभिन्न इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने चैंबर का ढक्कन उठवा कर उड़ाही का जायजा लिया। लगभग दो घंटे नगर आयुक्त अंचल के विभिन्न मोहल्लों में घूमते रहे। इस दौरान अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।
7:30 बजे पहुंच गए अंचल कार्यालय
नगर आयुक्त पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सुबह 7:30 बजे कंकड़बाग अंचल कार्यालय पहुंच गए। वहां पहले से ही कार्यपालक पदाधिकारी इरफान आलम, अभियंता भोला याज्ञिक, सिटी मैनेजर ओम प्रकाश समेत तमाम कर्मचारी मौजूद थे। नगर आयुक्त ने कार्यपालक पदाधिकारी से उड़ाही के विषय में पूछा। उन्हें बताया गया कि कंकड़बाग अंचल में मशीन से उड़ाही का काम समाप्त हो गया है।
रामलखन पथ से शुरू किया निरीक्षण
अंचल कार्यालय से अधिकारियों का काफिला सबसे पहले रामलखन पथ पहुंचा। वहां सड़क पर हल्का पानी था। नगर आयुक्त ने एक स्थान पर चैंबर का ढक्कन हटवाया। नगर आयुक्त को देख वहां कुछ स्थानीय नागरिक भी जमा हो गए। उन्होंने नगर आयुक्त को अपनी शिकायतें सुनाई। नगर आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सड़क किनारे बिल्डिंग मैटेरियल डंप करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। बरसात में यही बालू-गिट्टी चैंबर में जमा होकर जलजमाव का कारण बनेगा। उन्हें बताया गया कि सड़क समतल नहीं होने के कारण यहां पानी जमता है। उन्होंने कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वे पथ निर्माण विभाग से संपर्क कर सड़क को समतल कराएं।
हनुमान नगर व भूतनाथ रोड भी पहुंचे
यहां के बाद नगर आयुक्त को वार्ड-34 स्थित रेंटल फ्लैट के सर्विस लेन में नए बने बॉक्स नाला दिखाने ले जाया गया। यहां उन्होंने योजना से संबंधित कागजात देखे और अभियंता को मानक के अनुरूप काम करने का निर्देश दिया। रेंटल फ्लैट से नगर आयुक्त को अशोक नगर रोड नंबर 14 ले जाया गया। यहां भी उन्होंने चैंबर की जांच की। उड़ाही पर संतोष व्यक्त किया। यहां से हनुमान नगर, भूतनाथ रोड होते हुए नगर आयुक्त टीवी टॉवर के पास चंद्रशेखर पथ का निरीक्षण करने पहुंचे। अभियंता भोला याज्ञिक ने बताया कि यहां नाला व सड़क निर्माण का डीपीआर तैयार हो गया है। नगर आयुक्त ने उनसे उसे दिखाने को कहा। यहां उन्होंने पानी लीकेज की समस्या देखी। बताया गया कि बगल के पार्क से पानी लीक कर रहा है। फिर वे पार्क में गए। यहां भी एचआइजी के रहने वाले एक सज्जन ने अतिक्रमण की समस्या की तरफ नगर आयुक्त का ध्यान दिलाया। बताया कि इस संबंध में उन्होंने पटना के जिलाधिकारी से भी शिकायत की है। नगर आयुक्त ने उक्त शिकायत की प्रति उनके कार्यालय में उपलब्ध कराने को कहा। यहां के बाद नगर आयुक्त कार्यालय लौट गए।
जलजमाव से निपटने के उपायों पर हुई चर्चा
निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त को बताया गया कि भारी बारिश होने पर कई घंटों के लिए बिजली गुल हो जाती है। इससे एनबीसीसी का संप नहीं चल पाता है। डीजल पंपों की इतनी क्षमता नहीं है कि वे जलजमाव को दूर कर सकें। नगर आयुक्त ने कार्यपालक पदाधिकारी से पूछा कि उनके पास जलजमाव से निपटने की वैकल्पिक व्यवस्था क्या है? उन्हें बताया गया कि पांच बड़े पंप ट्रैक्टर की ट्रॉली पर तैनात हैं। इसके अतिरिक्त 10 छोटे पंप अंचल में पिछले साल खरीदे गए थे जिसकी मरम्मत करा कर पर्याप्त डीजल की व्यवस्था कर ली गई है। कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि छोटे डीजल पंप का किराया 500 रुपये प्रतिदिन है। पूरी बरसात के लिए इन्हें किराए पर लेने से बेहतर है कि ऐसे कुछ और पंप खरीद लिए जाएं। नगर आयुक्त ने सुझाव दिया कि जब भीषण जल जमाव हो तो पानी निकालने के लिए तात्कालिक व्यवस्था के तहत किराए पर छोटे डीजल पंप लिए जा सकते हैं।