जेईई मेन में 1.5 लाख परीक्षार्थी सफल
सेन्ट्रल बोर्ड आफ सेकेंड्री एजुकेशन (सीबीएसई) द्वारा सोमवार को जेईई मेन का रिजल्ट घोषित किया गया। इसमें राज्यभर के 1.5 लाख छात्र-छात्राएं सफल रहे। मेन परीक्षा में सूबे के छात्रों ने बेहतर प्रदर्शन किया है।
पटना। सेन्ट्रल बोर्ड आफ सेकेंड्री एजुकेशन (सीबीएसई) द्वारा सोमवार को जेईई मेन का रिजल्ट घोषित किया गया। इसमें 1.5 लाख छात्र-छात्राएं सफल रहे। मेन परीक्षा में सूबे के छात्रों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। जेईई मेन की परीक्षा से ही अधिकतम अंक प्राप्त करने वाले डेढ़ लाख परीक्षार्थियों का चयन आइआइटी के लिए किया गया है। सीबीएसई द्वारा सभी परीक्षार्थियों का अंक पत्र जारी कर दिया गया है। इस वर्ष जेईई मेन का कट ऑफ सामान्य के लिए 105, ओबीसी के लिए 70, एससी के लिए 50 एवं एसटी के लिए 44 तक गया है। चार अप्रैल को हुई जेईई मेन परीक्षा 360 अंकों की हुई थी। इसमें सूबे भर से 13.56 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए, जिसमें 3.16 लाख छात्राएं थीं।
24 मई को होगी एडवांस की परीक्षा
जेईई मेन की परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले डेढ़ लाख परीक्षार्थी जेईई एडवांस की परीक्षा में शामिल होंगे। 24 मई को जेईई एडवांस की परीक्षा होगी। जबकि परिणाम की घोषणा 18 जून को होगी। जेईई एडवांस की परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले परीक्षार्थियों का चयन देश के 17 आइआइटी में नामांकन के लिए होगा। जेईई मेन एवं बोर्ड परीक्षा में आए अंकों के आधार पर सात जुलाई को रैंक घोषित किए जाएंगे।
परीक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले वर्ष से इस वर्ष सूबे के छात्रों ने जेईई मेन में बेहतर प्रदर्शन किया है। पिछले वर्ष से इस वर्ष कट ऑफ भी कम रहा है। पिछले वर्ष जेईई मेन का सामान्य के लिए कट ऑफ 115 था। पिछले वर्ष से इस वर्ष दस अंक कम रहा है।
सफल छात्र देश के इन संस्थानों मेंं ले सकेंगे नामांकन
17 आइआइटी में
30 एनआइटी में
13 ट्रिपल आइटी
19 केंद्र पोषित संस्थानों में
कट ऑफ जारी
सामान्य : 105
ओबीसी : 70
एससी : 50
एसटी : 44
दो से सात मई तक एडवांस के लिए होगा पंजीयन
जेईई एडवांस के लिए चयनित छात्रों को दो से सात मई के बीच पंजीयन कराना होगा। पंजीयन के बाद उनकी परीक्षा 24 मई को आयोजित की जाएगी।
पिछले वर्ष आंध्र था टॉप पर
वर्ष 2014 की जेईई मेन की परीक्षा में आंंध्रप्रदेश से सर्वाधिक रिजल्ट हुआ था। वहां से 21, 818 परीक्षार्थी पास हुए थे। जबकि दूसरा स्थान यूपी का था, वहां से 19, 409 परीक्षार्थियों ने सफलता हासिल की थी। तीसरा स्थान राजस्थान ने प्राप्त किया था, वहां से 16,887 छात्रों ने पास की थी।