शरद को मिली 27 अगस्त की 'मोहलत', लालू की रैली में गए तो कार्रवाई तय!
जदयू ने बागी नेता शरद यादव को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर 27 तारीख की राजद की रैली में शरद यादव लालू प्रसाद के साथ मंच साझा करते हैैं तो पार्टी उनपर कठोर निर्णय लेगी।
पटना [जेएनएन]। जेडीयू ने शरद यादव को 27 अगस्त तक की मोहलत दी है। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने इस बात के संकेत दिये हैं। केसी त्यागी ने कहा कि शरद अगर 27 तारीख को लालू की अगुवाई वाली रैली में गये तो पार्टी कार्रवाई करने से नहीं चूकेगी।
केसी त्यागी ने शरद पर निशाना साधते हुए कहा कि शरद इस बैठक में शामिल होने की बजाय तीन दिनों तक लालू के साथ रहे और नीतीश के विरोध में नारे लगाते रहे। उन्होंने कहा कि शरद को लाने का हर संभव प्रयास किया लेकिन वो नहीं माने। उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई डिवीजन नहीं है। बिहार के सभी 71 एमएलए के साथ 16 कमेटियां हमारे साथ हैं।
त्यागी ने कहा कि बिहार के सभी 71 विधायक नीतीश कुमार और जेडीयू के साथ हैं। शनिवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद उन्होंने कहा कि पार्टी की केरल यूनिट को छोड़ कर बाकी सभी लोग बैठक में शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि 43 साल से शरद और हमारा रिश्ता है लेकिन उन्होंने सबको दरकिनार कर दिया। शरद लगातार दिल्ली में अलग हो कर काम करते रहे और निर्णय लेते रहे। उनको पार्टी के नेता के पद से हटाना जरूरी था इसलिये हमने ये फैसला लिया। वो लगातार पार्टी के राष्ट्रीय स्तर के फैसलों में भी बाधक बन रहे थे।
शुक्रवार की बैठक में हुई थी गहन चर्चा
जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के एक दिन पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की अध्यक्षता में पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों की बैठक मुख्यमंत्री आवास में हुई।
बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी में लिए जाने वाले राजनीतिक, सामाजिक व आर्थिक प्रस्तावों के साथ-साथ बागी तेवर अख्तियार किए शरद यादव पर भी चर्चा हुई। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जो राजनीतिक प्रस्ताव लिए जाने हैैं उसमें सबसे प्रमुख है जदयू के एनडीए में शामिल होने का प्रस्ताव। इसके अतिरिक्त एनडीए की नीतियों के समर्थन का प्रस्ताव भी लिया जाएगा।
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सामाजिक प्रस्ताव में दहेजबंदी व बाल विवाह के खिलाफ चलने वाले अभियान पर चर्चा हुई। इसके अतिरिक्त पार्टी के स्तर पर पौधरोपण से संबंधित अभियान का प्रस्ताव भी लिया जाएगा। आर्थिक प्रस्ताव में बिहार के लिए प्रधानमंत्री पैकेज और विशेष राज्य के दर्जे पर भी चर्चा होगी। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में बिहार में सोलह जिलों में आयी बाढ़ पर भी चर्चा हुई।
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