बार बालाओं के साथ ठुमके लगाने वाले विधायक क्यों बने 'गब्बर' जानिए
अपनी बातों और आदतों से चर्चा में रहने वाले जदयू के विधायक श्याम बहादुर सिंह ने मरीज के परिजनों की पुकार सुनकर अस्पताल पहुंचे और धरने पर बैठ गए।
पटना [वेब डेस्क]। कभी बार बालाओं संग ठुमके लगाते हैं तो कभी तो कभी खुद को बड़ा कलाकार बताते हैं ये विधायक। लेकिन इस बार इनके चर्चा में रहने की बात कुछ अलग है। दरअसल अस्पताल प्रबंधन की शिकायत लेकर जब पीड़ित परिजन सत्ताधारी व अपने क्षेत्र के विधायक श्याम बहादुर सिंह के पास मदद की गुहार के लिए पहुंचे तो विधायक श्याम बहादुर सिंह भी परिजनों के साथ अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए।
राजधानी पटना एक नर्सिंग होम का एक मामला सामने आया है, जिसमें सीवान जिले का एक मरीज इलाज के लिए पटना पहुंचा था। जहां दलालों के चुंगल में फंसकर वह पीएमसीएच जाने के बजाए एक नर्सिंग होम में इलाज के लिए पहुंच गया। जयदीप यादव के पेट में दर्द की शिकायत थी। जयदीप के परिजनों ने इलाज के लिए उसे लेकर पटना पहुंचे, जहां एक दलाल के चुंगल में फंसकर मरीज को एक नर्सिंग होम में भर्ती किया।
ढाई लाख का बिल
अस्पताल प्रशासन ने इलाज के नाम पर जयदीप को आईसीयू में भर्ती कर दिया। अस्पताल प्रबंधन ने इलाज का बिल ढाई लाख रुपये बताया। परिजनों ने किसी तरह गहने बेचकर 90 हजार रुपए तो चुका दिए लेकिन, बाकि रुपया वसूल करने के लिए मरीज के परिजनों को अस्पताल प्रबंधन से धमकी मिली।
धरने पर बैठे विधायक
इसके बाद मरीज के परिजनों ने विधायक श्याम बहादुर सिंह से मदद की गुहार लगाई। बस क्या था? विधायक नर्सिंग होम पहुंच गए और नर्सिंग होम के बाहर धरने पर बैठ गए। कुछ देर के बाद कंकड़बाग इलाके की पत्रकार नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची।
विधायक ने पुलिस को बताया कि अस्पताल या नर्सिग होम दलालों से मिलकर गरीबो के साथ अन्याय कर रहा है। विधायक ने तो यह भी कह दिया की मेडिकल बोर्ड बैठे ताकि ऐसे मरीजों को न्याय मिल सके वहीं अस्पताल प्रशासन मरीज के इलाज पर खर्च को जायज ठहरा रहा है। काफी मनाने के बाद विधायक श्याम बहादुर ने धरना खत्म किया और प्रशासन से मेडिकल बिल की जांच की मांग की।