अपनी बेटी की हत्या के लिए पिता ने दी थी 60 हजार रुपये की सुपारी, जानिए
अॉनर किलिंग के मामले में एक पिता ने सुपारी किलर को 60 हजार रुपए की सुपारी दी और अपनी ही बेटी की हत्या करवा दी।
पटना [वेब डेस्क]। झूठी शान की खातिर एक पिता ने अपनी खुद की बेटी की सुपारी देकर हत्या करवा दी। पिता का कहना है कि उसकी बेटी अपने प्रेमी के साथ अपने घर से भाग जाती थी और परिजनों को बेइज्जती महसूस होती थी। इसी से तंग आकर उसके पिता ने बेटी की हत्या के लिए 60 हजार रुपए की सुपारी दी और उसकी हत्या करवा दी।
घटना मधेपुरा जिले के चौसा थानाक्षेत्र की है। 3 जुलाई की सुबह एक अज्ञात लड़की बेहोशी की हालत में मिली थी, जिसका गला दबा कर मारने का प्रयास किया गया था। बाद में पता चला कि उसे जहर भी दिया गया था। पांच दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद आखिरकार उसकी मौत हो गई। उसकी मौत सभी के लिए एक रहस्य बनी हुई थी लेकिन 20 दिन बाद पुलिस ने इस रहस्य से पर्दा उठा दिया और जो सच्चाई सामने आई वह भी चौकानेवाली है।
पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि सुपारी किलर ने लड़की को जहर दिया था और फिर बाद में गला दबा दिया था। इसके बाद उसने सोचा कि लड़की मर गई है तो फिर उसे नदी किनारे फेंकने जा रहा था, इसी दौरान उसकी गाड़ी कीचड़ में गाड़ी फंस गई। इसके बाद सुपारी किलर और उसके साथियों ने लड़की को वहीं फेंक दिया और फिर चले गए।
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लड़की के पिता और मामा अरेस्ट पुलिस ने बताया कि अगले दिन यानी तीन जुलाई को गांववालों ने लड़की को बेहोशी की हालत में देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने लड़की को पीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया जहां से उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में उसे दरभंगा रेफर किया। जिंदगी और मौत से जूझने के बाद आठ जुलाई को दरभंगा में ही उसकी मौत हो गई। मामले में पुलिस ने लड़की के पिता और मामा को अरेस्ट कर लिया है। दोनों ने अपना जुर्म भी कबूल लिया है। 20 दिन बार रहस्य से उठा पर्दा एसपी विकास कुमार ने बताया कि 20 दिन बाद पुलिस ने इस घटना के रहस्य से पर्दा उठा दिया। घटना के बाद एएसपी राजेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। जांच में लगभग 200 लोगों के मोबाइल का सीडीआर खंगाला गया। जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने लड़की के पिता नवल किशोर यादव और मामा शंकर यादव को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ में सच्चाई सामने आ गई।
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ननिहाल में रहकर पढ़ाई करती थी लड़की
लड़की के बारे में बताया गया कि वह बचपन से शंकरपुर के मधेली में ननिहाल में रहकर पढ़ाई करती थी। इस साल फरवरी में अपने ननिहाल से दूसरी जाति के अपने कथित प्रेमी के साथ भाग गई। कई महीने बाद 4 जून को वह वापस घर आ गई। इसके बाद उसके पिता ने उसकी शादी कहीं और तय कर दी। इसकी भनक लगते ही लड़की दोबारा 21 जून को भाग गई।
मामला अॉनर किलिंग का
बताया जा रहा है कि लड़की ने अपना आधार कार्ड बनवाने के लिए भी अपने कथित प्रेमी का मोबाइल नंबर दिया था। कथित प्रेमी के साथ लड़की का संबंध परिवारवालों को नागवार गुजर रहा था। इसके बाद गुड़िया के पिता और मामा ने मिलकर उसके रिश्ते के एक अन्य मामा संजय यादव को 60 हजार में हत्या की सुपारी दे दी। पुलिस को दिए बयान में पिता ने बताया की गुड़िया के बार-बार भागने से समाज में उनकी प्रतिष्ठा पर असर हो रहा था इसलिए उसने अपने रिश्ते के एक साले को 60 हजार में गुड़िया को मारने की सुपारी दे दी।