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बिहार : अब मास्टरजी ने मारा बंक तो छात्र कर देंगे चुगली

बिहार के सरकारी स्कूलों में 'मास्टर जी की तस्वीर लगेगी। अब शिक्षक बगैर बताए स्कूल से गायब हुए तो छात्र उनकी 'चुगली' सीधे अफसर से कर सकेंगे।

By Kajal KumariEdited By: Published: Sat, 28 May 2016 09:56 AM (IST)Updated: Sun, 29 May 2016 02:23 PM (IST)
बिहार : अब मास्टरजी ने मारा बंक तो छात्र कर देंगे चुगली

पटना। बिहार के सरकारी स्कूलों में 'मास्टर जी की तस्वीर लगेगी। तस्वीर के साथ जिक्र रहेगा कि कौन मास्टर साहब किस कक्षा में क्या पढ़ाएंगे? गर्मी की छुट्टियों के बाद छपरा, सिवान, गोपालगंज और किशनगंज जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में यह प्रयोग होगा।

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शिक्षकों की तस्वीर बोर्ड पर लगाने का फायदा यह होगा कि शिक्षक बगैर बताए स्कूल से गायब हुए तो छात्र उनकी 'चुगली' सीधे अफसर से कर सकेंगे। सरकार तक सूचना जाने पर गायब शिक्षक को यह बताना होगा कि आखिर किस वजह से वे स्कूल नहीं आए।

22 फीसद शिक्षक बिना अनुमति गायब रहते हैं

फरवरी-मार्च में सरकार ने विभिन्न जिलों के स्कूलों में कराए गए सर्वे के बाद यह पाया था कि तकरीबन 22 प्रतिशत शिक्षक स्कूलों से गायब रहते हैं। शिक्षकों की अनुपस्थिति की वजह से बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है। प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में कराए गए इस सर्वे में छात्रों ने शिक्षा विभाग के अफसरों को जानकारी दी कि छात्र तो नियमित तौर पर स्कूल आते हैं, लेकिन पढ़ाने वाले गुरुजी ही नदारद रहते हैं।

गर्मी की छुट्टी के बाद लागू होगी व्यवस्था

गर्मी की छुट्टियों के बाद प्रयोग के तौर पर कुछ जिलों में शिक्षकों की मॉनीटङ्क्षरग की यह व्यवस्था लागू की जाएगी। विभाग ने तय किया है कि अब स्कूल के सूचनापट पर प्रत्येक दिन मास्टर साहब की फोटो लगाई जाएगी और इसके साथ ही उनका डयूटी चार्ट भी होगा। अगर कोई शिक्षक अनुपस्थित रहता है, तो उसकी भी जानकारी रहेगी।

कहा शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने-

फरवरी-मार्च में शिक्षा के तत्कालीन प्रधान सचिव डीएस गंगवार ने कक्षा से शिक्षकों के गायब रहने की प्रवृति पर अंकुश के इरादे से उन्हें कई दायित्व सौंपे। शिक्षकों को प्रत्येक दिन स्कूल रजिस्टर में छात्रों की उपस्थिति दर्ज करने के साथ ही गायब रहने वाले बच्चों का विवरण दर्ज करना था। स्कूल खुलने और बंद होने का समय भी रजिस्टर में दर्ज करने का निर्देश था। बावजूद शिक्षकों के गायब रहने की प्रवृति पर अंकुश नहीं लग पाया।

आंकड़े एक नजर में :

- प्रदेश में प्रारंभिक विद्यालयों की संख्या : 42,701

- मध्य विद्यालयों की कुल तादाद : 30,176

- स्कूल जाने वाले छात्रों की कुल तादाद : 2,02,25,782

- स्कूल में शिक्षकों की संख्या : 3,65000


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