आइएमए ने सीएम नीतीश से कहा, देशभर के डॉक्टर बिहार में रंगदारी का करेंगे विरोध
बिहार में 23 डॉक्टरों से रंगदारी मांगने का मामला पूरे देश के लिए चिंता का विषय बन गया है। इसके लिए आइएमए के सभी शाखाओं के अध्यक्ष मुख्यमंत्री को पत्र लिखेंगे
पटना। बिहार में 23 डॉक्टरों से रंगदारी मांगने का मामला पूरे देश के लिए चिंता का विषय बन गया है। मामले में आइएमए हेडक्वार्टर की ओर से राज्य शाखा को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप से बात कर समस्या समाधान के लिए दस दिन का समय दिया गया है।
इसके बाद भी रंगदारी जारी रही तो देश में आइएमए की सभी शाखाओं के अध्यक्ष मुख्यमंत्री को पत्र लिखेंगे। विरोध में देश के डॉक्टर काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे। इसके बाद आंदोलन किया जाएगा।
ये बातें आइएमए के राष्ट्रीय सचिव डॉ. केके अग्रवाल ने कही। उन्होंने कहा कि पूरे देश में डॉक्टरों के खिलाफ तोडफ़ोड़ और मारपीट की घटनाएं बढ़ी हैं, मगर रंगदारी का मामला सिर्फ बिहार और झारखंड में बढ़ रहा है। इसके विरोध में देश के डॉक्टर बिहार के साथ हैं।
उन्होंने बताया कि क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के संबंध में आइएमए, नई दिल्ली के प्रतिनिधि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की है। उन्होंने 5 विभागों की इंटरमिनिस्ट्रियल कमेटी गठित की है। इसमें हमारी पांच प्रमुख मागें, डॉक्टर के खिलाफ ङ्क्षहसा पर अंकुश, भ्रूण हत्या कानून का दुरुपयोग रोकने, आयुर्वेद डॉक्टर को एलोपैथी दवा लिखने पर रोक, क्लीनिकल इस्टैलिशमेंट एक्ट पर पुनर्विचार और इलाज में डॉक्टरों की गलती के एवज में क्षति पूर्ति देना शामिल है।
प्रेस वार्ता में राज्य शाखा के अध्यक्ष डॉ. सच्चिदानंद, वरीय उपाध्यक्ष डॉ. सहजानंद, सचिव डॉ. हरिहर दीक्षित, डॉ. अजय कुमार और डॉ. राजीव रंजन उपस्थित थे।