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सेक्स रैकेट में फंसे बिहार कांग्रेस उपाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा

पूर्व कांग्रेस नेता की बेटी ने पटना में चल रहे हाइप्रोफाइस सेक्स स्कैंडल की पोल खोलकर रख दी है। इस मामले के उजागर होने से बड़े-बड़े रसूखदारों के भी फंसने की बात सामने आ रही है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Wed, 22 Feb 2017 01:13 PM (IST)Updated: Thu, 23 Feb 2017 10:19 PM (IST)
सेक्स रैकेट में फंसे बिहार कांग्रेस उपाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा
सेक्स रैकेट में फंसे बिहार कांग्रेस उपाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा

पटना [जेएनएन]। इस हाइ प्रोफाइल कहानी की शुरूआत बीते 22 दिसंबर को शुरू हुई थी, जब एक पूर्व कांग्रेस मंत्री की नाबालिग बेटी ने अपने साथ हुए अत्याचार को सार्वजनिक किया था। उसने अपने प्रेमी ऑटोमोबाइल व्यवसायी निखिल प्रियदर्शी पर यौन शोषण और जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर जलील करने का आरोप लगाया था।

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हाइप्रोफाइल केस में जुड़े कई नाम

इसके बाद इस केस में कई नाम जुड़े, जिनमें एक कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष का भी नाम उजागर हुआ है। पीडि़ता ने ऑटोमोबाइल्स कारोबारी निखिल प्रियदर्शी और कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडेय की मिलीभगत से चल रहे हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट गिरोह के संचालन के आरोप के साथ ही कांग्रेस नेता पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है।

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पीड़ित लड़की को न सिर्फ ब्लैकमेल कर यौन शोषण किया गया है, बल्कि उसे प्रताडित भी किया है। उसका आरोप है कि ब्रजेश पांडे और निखिल प्रियदर्शी सेक्स रैकेट चलाते हैं। उसमें बिहार के कई रसूखदार नेता और ब्यूरोक्रेट भी शामिल हैं। पुलिस ने इस मामले में एसआईटी गठित कर जांच शुरू की है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

ब्वॉयफ्रेंड ने शादी का झांसा देकर किया दुष्कर्म

पीड़िता ने बताया कि निखिल प्रियदर्शी से व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए उसकी जान-पहचान हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच बातचीत होने लगी। एक साल पहले निखिल ने शादी का झांसा देकर मेरा साथ दुष्कर्म किया और उसका वीडियो बना डाला। वीडियो को दिखा वह यौन शोषण करता रहा।

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ब्रजेश पांडे ने किया था दुष्कर्म का प्रयास

एक बार मुझे बोरिंग रोड स्थित घर पर लेकर गया, जहां कांग्रेस नेता ब्रजेश पांडेय मौजूद थे। वहां कोल्ड ड्रिंक्स में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पिला दिया गया। इसके बाद वह बेहोश हो गई। उसने बताया कि बेहोशी की हालत में ब्रजेश पांडे ने उसके प्राइवेट पार्ट्स को टच किया, उन्होंने वीडियो दिखा मेरे साथ दुष्कर्म का प्रयास किया, लेकिन मैं बच निकली।

ब्रजेश दिल्ली ले जाना चाहता था उस वक्त फैमिली सपोर्ट भी नहीं था। लेकिन अब मेरा पूरा परिवार साथ खड़ा है। पीड़िता ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष ब्रजेश कुमार पांडेय उसे दिल्ली ले जाना चाहते थे। पीड़िता ने ऐसा करने से मना कर दिया। इस पर निखिल बौखला गया था। निखिल उसे कई नेताओं के साथ भेजने की कोशिश करता था। उसने कई बार पीड़िता के साथ मारपीट भी की जिससे उसके शरीर के अलग-अलग हिस्सों में चोट आयी है।

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आरोपियों और पीड़िता के टावर लोकेशन मिले

आरोपितों और पीड़िता के टावर लोकेशन एक साथ मिले हैं। पीड़िता ने जिस दिन ब्रजेश पांडेय को साथ होने की बात कही थी उस रोज के सर्विलांस में ये बातें सामने आयी हैं। ब्रजेश, निखिल और पीड़िता एक ही जगह थे।

भगा दिया गया था निखिल को

पीड़िता का आरोप है कि उसने जब थाने में शिकायत दर्ज कराई, तो पुलिस ने आरोपी को ही संरक्षण दिया।एसएचओ को जानकारी थी कि निखिल एयरपोर्ट से जा रहा है, लेकिन एडीजी को बताया तो उन्होंने गिरफ्तारी का आदेश नहीं दिया। हर कोई उसके पक्ष में है, इसलिए अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है इसके बाद उसने सीएम से गुहार लगाई।

पीड़ित नाबालिग लड़की ने कहा है कि मुख्यमंत्री वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी गुहार लगा चुकी है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सीबीआई तक को पत्र लिख चुकी है। लेकिन, कहीं से कोई मदद नही मिली। बाद में थक हार कर उसने मीडिया का सहारा लिया है।

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सप्लाई करते हैं लड़कियां

पीडि़ता ने दो बड़े होटलों के नाम बताए, जहां वह निखिल के साथ गई थीं। दोनों बार ब्रजेश और संजीत भी वहां मौजूद थे। वे अधिकारियों और नेताओं के लिए बड़ी-बड़ी पार्टी का आयोजन करते थे, जहां उन्हें लड़कियां भी मुहैया कराई जाती थी। हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट का संचालन निखिल के वाहनों के शोरूम की आड़ में होता था।

बचा रहे बड़े पुलिस अधिकारी

पीडि़ता का कहना है कि मामला दर्ज होने के बाद निखिल की तलाश में एससी-एसटी थाना पुलिस ने छापेमारी की थी, लेकिन वह गिरफ्त में नहीं आ सका। जब थाना पुलिस को जानकारी मिली कि निखिल एयरपोर्ट पर है और शहर छोड़कर भाग रहा है तो पुलिसकर्मी वहां पहुंच गए। निखिल की गिरफ्तारी के लिए एक पुलिसकर्मी ने महकमे के आला अधिकारी को कॉल करके आदेश मांगा, पर जवाब मिला-जाने दो।

डीजीपी के बेटे का नाम भी शामिल

पीड़िता ने डीजीपी पीके ठाकुर के बेटे प्रत्यूष ठाकुर को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं और कहा है कि प्रत्यूष ठाकुर की वजह से निखिल प्रियदर्शी और ब्रजेश पांडे पर कार्रवाई नहीं हो रही है। वहीं, इस पूरे मामले पर बिहार के डीजीपी पीके ठाकुर ने कहा है कि मामले की जांच सीआईडी कर रही है।

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ब्रजेश पांडेय ने दिया इस्तीफा

बिहार कांग्रेस के उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडेय ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। ब्रजेश पांडेय ने प्रदेश कांग्रेस अशोक चौधरी को अपना इस्तीफा भेज दिया। इस्तीफे में उन्होंने सफाई दी है कि उन्हें फंसाया जा रहा। ब्रजेश के मुताबिक लड़की ने पहले जो बयान दर्ज कराया था और प्राथमिकी लिखवाई उसमें उनका नाम नहीं था।

उन्होंने कहा कि अब उनका नाम भी इस मामले में आ रहा है जो शायद किसी के इशारे पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि पहले तो मेरे उपर सेक्स रैकेट चलाने का आरोप लगा फिर मुझपर दुष्कर्म का आरोप लगाया गया है।

ब्रजेश ने पीड़िता का नाम किया सार्वजनिक

पार्टी ने प्रेस रिलीज कर इसकी जानकारी दी है। हालांकि रिलीज में पार्टी ने पीड़िता का नाम सार्वजनिक कर दिया है। इसे लेकर विवाद होना तय है। बिहार कांग्रेस ने प्रेस रिलीज में ब्रजेश पांडेय का इस्तीफा पत्र भी संलग्न किया है, जिसमें पीड़िता के नाम का भी उल्लेख है। कानूनन रेप पीड़िता का नाम सार्वजनिक करना अपराध है। एेसे में सवाल उठता है कि क्या बिहार कांग्रेस को इस बात की जानकारी नहीं है कि रेप पीड़िता का नाम सामने नहीं लाना है ? क्या पीड़िता को बदनाम करने के मकसद से नाम सार्वजनिक किया गया है ?

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पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज

आरोप के बाद बिहार पुलिस ने ब्रजेश पांडेय के खिलाफ प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंसेस (पॉक्सो) एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस महानिरीक्षक (कमजोर वर्ग) अनिल किशोर यादव ने कहा कि पांडेय के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।

कब क्या क्या

-22 दिसंबर 2016 - एससी-एसटी थाने में दर्ज हुई थी प्राथमिकी

-27 दिसंबर 2016 - निखिल के एक दोस्त से हुई थी पूछताछ

-29 दिसंबर 2016 - भूमिगत हो गए निखिल समेत उसके परिजन

-03 जनवरी 2017 - पटना छोड़कर फरार हो गया निखिल प्रियदर्शी

-17 फरवरी 2017 - कांड में सामने आई ब्रजेश पांडेय की भूमिका।


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